30 के बाद मां बनना आसान? जानें कैसे (Picture Credit- AI Generated)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। जानी-मानी अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती ने हाल ही में एग फ्रिजिंग को लेकर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि वह 33 साल की हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक शादी नहीं की है। ऐसे में बढ़ती उम्र में उन्हें मां बनने की चिंता सताने लगी है। एक्ट्रेस ने बताया कि वह अपनी बायोलॉजिकल क्लॉक के साथ करियर को भी बैलेंस कर रही हैं और उन्होंने एक्ट्रेस ने बताया कि वो अपने एग्ज फ्रीज करवा रही हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इन दिनों एग फ्रीजिंग का चलन महिलाओं में काफी ज्यादा बढ़ चुका है। कई वजहों से शादी और बच्चे करने में देरी करने वाली महिलाओं में इसका चलन काफी बढ़ गया है। ऐसे में आज इस आर्टिकल में दिल्ली आईवीएफ, नई दिल्ली में सीनियर आईवीएफ कंसल्टेंट, इनफर्टिलिटी एक्सपर्ट, ऑब्सटेट्रिक्स एंड गाइनेकोलॉजी डॉ. आस्था गुप्ता से जानेंगे क्या होता है एग फ्रीजिंग और क्या है इसका प्रोसेस-
एग फ्रीजिंग क्या है?
डॉक्टर बताती हैं कि एग फ्रीजिंग, जिसे ओसाइट क्रायोप्रिजर्वेशन भी कहा जाता है, एक ऐसी तकनीक है जिससे महिलाएं भविष्य के लिए अपने अंडे सुरक्षित रख सकती हैं। इस प्रोसेस में महिला के अंडाशय से अंडे निकालकर लिक्विड नाइट्रोजन में फ्रीज कर दिए जाते हैं, ताकि बाद में उनका इस्तेमाल किया जा सके। जब महिला मां बनने के लिए तैयार हो जाती है, तो आईवीएफ के जरिए अंडों को फर्टिलाइज किया जाता है।
क्या होता है एग फ्रीजिंग का प्रोसेस?
इस प्रोसेस में, अंडाशय को कई मैच्योर अंडे प्रोड्यूस करने के लिए लगभग 10-12 दिनों तक हार्मोनल दवाएं दी जाती हैं। इस दौरान, अंडों के विकास की निगरानी के लिए नियमित अल्ट्रासाउंड और ब्लड टेस्ट किए जाते हैं।
अंडे तैयार होने पर, उन्हें हल्के एनेस्थीसिया के तहत एक छोटी सी प्रक्रिया की मदद से निकाला जाता है। निकाले गए अंडों को बेहद कम तापमान में जमा दिया जाता है और भविष्य में आईवीएफ में इस्तेमाल के लिए सुरक्षित रूप से स्टोर किया जाता है।
एग फ्रीजिंग के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
एग फ्रीजिंग के दौरान, हेल्दी लाइफस्टाइल बनाए रखना, बैलेंस्ड डाइट फॉलो करना, पर्याप्त मात्रा में पानी पीना, धूम्रपान और शराब से परहेज करना और भरपूर आराम करना जरूरी है। हार्मोनल इंजेक्शन से हल्की ब्लोटिंग या मूड स्विंग हो सकता है, इसलिए रेगुलर मेडिकल सुपरविजन जरूरी है।
एग फ्रीजिंग उन महिलाओं के लिए सही है, जो करियर, शिक्षा या व्यक्तिगत कारणों से प्रेग्नेंसी में देरी करना चाहती हैं। यह उन महिलाओं के लिए भी सही है, जो कीमोथेरेपी जैसे ट्रीटमेंट करवा रही हैं, जो प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे वे भविष्य में कंसीव करने की अपनी क्षमता को सुरक्षित रख सकें।
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