35 नागरिकों को सौंपा प्रमाण पत्र। (जागरण)
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019 (सीएए) के तहत ओडिशा में गुरुवार को 35 शरणार्थियों को औपचारिक रूप से भारतीय नागरिकता प्रदान की गई।
इनमें पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोग शामिल हैं।
कृषि भवन, भुवनेश्वर में जनगणना संचालन निदेशालय और गृह मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित विशेष समारोह में इन शरणार्थियों को नागरिकता प्रमाणपत्र सौंपे गए।
गृह मंत्रालय की 11 मार्च 2024 की अधिसूचना के अनुसार, जो लोग 31 दिसंबर 2014 या उससे पहले भारत आ चुके हैं, वे सीएए के तहत नागरिकता के पात्र हैं। अधिकारियों के अनुसार नागरिकता के लिए 1,127 लोगों ने आवेदन किया था, जिनमें से 35 आवेदक सभी औपचारिकताएं पूरी कर प्रमाणपत्र पाने में सफल रहे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नागरिकता प्राप्त करने के साथ ही ये लोग भारतीय नागरिकों को मिलने वाले सभी संवैधानिक अधिकार, सरकारी योजनाओं के लाभ और सुविधाओं के हकदार हो गए हैं। उनके बच्चों और आने वाली पीढ़ियों को भी ये अधिकार स्वतः मिलेंगे।
समारोह में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, मंत्री सुरेश पुजारी, मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन और जनगणना निदेशक निखिल पवन कल्याण समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने नए नागरिकों को बधाई दी और कहा कि सरकार पीड़ित अल्पसंख्यकों को सम्मान और सुरक्षित जीवन देने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोग जो लंबे समय से यहां रह रहे हैं, वे नागरिकता के लिए आवेदन करें। केंद्र और राज्य सरकार उनकी हर संभव मदद करेगी। अब ये नए नागरिक भारत के सभी संवैधानिक अधिकारों और सुविधाओं के पात्र होंगे और देश के नियम-कानूनों का पालन करेंगे।”
अधिकारियों ने बताया कि नागरिकता प्रदान करने की प्रक्रिया जारी है और सत्यापन पूरा होने पर अन्य योग्य आवेदकों को भी जल्द प्रमाणपत्र दिए जाएंगे। |