कक्षा 5 के छात्र द्वारा बनाया गया स्मार्ट हेलमेट। (जागरण)
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। सड़क हादसों पर रोक लगाने के लिए जहां सरकार और पुलिस लगातार अभियान चला रही है, वहीं भद्रक जिले के चांदबली के एक नन्हे छात्र ने ऐसा नवाचार किया है, जिसने सबका ध्यान खींच लिया है।
कक्षा 5 के छात्र चिन्मय प्रसाद साहू ने एक ऐसा ‘स्मार्ट हेलमेट’ तैयार किया है, जो हेलमेट न पहनने पर वाहन को स्टार्ट ही नहीं होने देता।
इतना ही नहीं, अगर चालक ने शराब पी रखी है तो इंजन चालू होने से ही इनकार कर देगा। यानी सुरक्षा से कोई समझौता नहीं।
विज्ञान प्रदर्शनी में आकर्षण का केंद्र बना ‘स्मार्टमेट’
गुरुवार को विज्ञान प्रदर्शनी में इस हेलमेट का डेमो पेश किया गया। सेंसर तकनीक से लैस यह प्रोटोटाइप देखते ही लोगों की भीड़ जमा हो गई। हेलमेट में लगे सेंसर सीधे वाहन के इग्निशन सिस्टम से जुड़े हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
हेलमेट पहनते ही इंजन को स्टार्ट सिग्नल मिलता है, जबकि अल्कोहल सेंसर शराब की मौजूदगी का पता लगाता है। शराब पाए जाने पर वाहन स्टार्ट नहीं होगा।
यह प्रोजेक्ट ‘स्मार्टमेट’ नाम से चर्चा में है और छात्र-स्तर पर तकनीकी नवाचार का बेहतरीन उदाहरण बनकर सामने आया है।
छात्र चिन्मय ने कहा कि दुर्घटनाएं इसलिए होती हैं क्योंकि लोग हेलमेट नहीं पहनते। चिन्मय ने बताया कि अधिकतर हादसे बिना हेलमेट चलाने या शराब पीकर वाहन चलाने से होते हैं। स्मार्ट हेलमेट पहनने पर ही इलेक्ट्रिक सर्किट जुड़ते हैं। इस प्रोजेक्ट से हादसे रुकेंगे और जानें बचेंगी।
वहीं, उसके पिता ने बताया कि अल्ट्रासोनिक सेंसर, रिले, स्विच, मोटर और पहियों का इस्तेमाल कर यह सिस्टम तैयार किया गया है। यूट्यूब और किताबों से आइडिया लेकर हमने इसे बनाया है।
ओडिशा में हर दिन 15 लोगों की मौत सड़क हादसों में
गौरतलब है कि मार्च 2025 से पहले पिछले पांच वर्षों में राज्य में औसतन हर साल 11,366 सड़क हादसे हुए। इनमें करीब 10,008 लोग घायल हुए और 5,433 लोगों ने अपनी जान गंवाई। यह आंकड़ा बताता है कि सड़क सुरक्षा कितनी बड़ी चुनौती बनी हुई है। ऐसे में एक छात्र का यह छोटा लेकिन प्रभावी प्रयास सड़क सुरक्षा के लिए बड़ी उम्मीद जगाता है। |