नगर निगम गुरुग्राम का निर्माणधीन नया मुख्यालय। जागरण
जागरण संवाददाता, नया गुरुग्राम। लंबे इंतज़ार के बाद, नगर निगम का नया हेडक्वार्टर एक बार फिर रफ़्तार पकड़ने वाला है। लगभग एक साल से रुका हुआ यह प्रोजेक्ट अब आगे बढ़ गया है, और सरकार ने ₹55 करोड़ की एक्स्ट्रा लागत को मंज़ूरी दे दी है। शुरू में, बिल्डिंग ₹129 करोड़ में बननी थी, लेकिन देरी और कीमत बढ़ने की वजह से अब लागत ₹184 करोड़ तक पहुँच गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मंगलवार को चंडीगढ़ में हुई मीटिंग में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने नए एस्टीमेट को मंज़ूरी दे दी, जिससे उसी एजेंसी को काम पूरा करने की इजाज़त मिल गई। एजेंसी इसी महीने साइट पर काम फिर से शुरू कर देगी। बिल्डिंग के 10 फ़्लोर का स्ट्रक्चर पहले ही पूरा हो चुका है, और अब इंटीरियर और फ़िनिशिंग का काम बाकी है।
गुरुग्राम नगर निगम के चीफ़ इंजीनियर विजय ढाका का कहना है कि ऑफ़िस के लिए ₹55 करोड़ की बढ़ी हुई लागत को मंज़ूरी मिल गई है। एजेंसी को इसी महीने ऑर्डर जारी कर दिया जाएगा, और डेडलाइन के अंदर काम पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
लागत बढ़ने की वजह से लगभग एक साल से रुका हुआ कंस्ट्रक्शन अब दिसंबर 2026 की नई डेडलाइन के साथ आगे बढ़ेगा। नगर निगम, जो 2008 में बनने के बाद से किराए की बिल्डिंग (सेक्टर 34) से काम कर रहा है, अब पहली बार अपना परमानेंट, मॉडर्न और सेंट्रलाइज़्ड हेडक्वार्टर बनाने के लिए तैयार है। इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास 10 दिसंबर, 2021 को उस समय के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया था।
बिल्डिंग की खास बातें –
- सभी सर्विसेज एक ही छत के नीचे
- नया नगर निगम ऑफिस एक स्टेट-ऑफ-द-आर्ट स्ट्रक्चर होगा जिसमें ग्राउंड फ्लोर समेत 11 मंज़िलें और तीन बेसमेंट होंगे। 466 गाड़ियों की पार्किंग कैपेसिटी
- 125 सीटों वाला टाउन हॉल (हाउस मीटिंग के लिए)
- 600 सीटों वाला ऑडिटोरियम
- एक लाइब्रेरी, ATM, और छोटी दुकानें
- नागरिकों को एक ही छत के नीचे सभी म्युनिसिपल सर्विस मिलेंगी, जिससे उन्हें अलग-अलग ऑफिस जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
- बिल्डिंग को एनर्जी-एफिशिएंट और एनवायरनमेंट-फ्रेंडली बनाने के लिए, इसे GRIHA फाइव स्टार रेटिंग के हिसाब से डिज़ाइन किया जा रहा है।
इसमें मॉडर्न टेक्नोलॉजी शामिल होंगी
- नेचुरल लाइटिंग और वेंटिलेशन पर जोर
- सोलर सिस्टम से एनर्जी जेनरेशन
- रेनवाटर हार्वेस्टिंग
- कम पानी की खपत वाली फिटिंग
- ट्रीटेड पानी का दोबारा इस्तेमाल
- एनवायरनमेंट-फ्रेंडली कंस्ट्रक्शन मटीरियल का इस्तेमाल
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