सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। खाद्य तेलों में मिलावट की आशंका में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने कैंपबेल रोड स्थित फर्म का 25 हजार लीटर तेल जिसकी कीमत करीब 34 लाख रुपये है सीज कर दिया। टीम ने मौके से तेल के आठ नमूने भी उठाए जिनको जांच के लिए भेजा जा रहा है। तेल की रिपोर्ट आने तक फर्म के कारोबार करने पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। फर्म द्वारा कहां कहां पर तेल की आपूर्ति की गई उसकी भी जांच की जा रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
एफएसडीए की सहायक आयुक्त विजय प्रताप सिंह को सूचना मिली थी कि कैंपबेल रोड स्थित लक्ष्मी टेडर्स पर विभिन्न ब्रांड के खाद्य तेलों में अन्य पदार्थ मिलावट कर बेचा जा रहा है। इस पर टीम ने छापा मारा तो वहां पर रिफाइंड सोयाबीन तेल (ऊर्जा ब्रांड), रिफाइंड राइस ब्रान तेल (कमल ब्रांड), सरसों का तेल (संपूर्ण ब्रांड) और तिल का तेल (मेट्रो ब्रांड) बरामद किया गया।
आयुक्त के मुताबिक, 25316 लीटर तेल सीज किया गया है। आयुक्त ने बताया कि कारोबारी के पास ब्लेंडेंड ऑयल के पैकेजिंग का लाइसेंस है। इसमें दो या दो से अधिक अलग अलग खाद्य तेलों को मिलाया जाता है। पैकेजिंग करते समय बाकायदा मिलाए गए तेल की मात्रा अंकित करनी होती है। किस ब्रांड में कितनी मात्रा में कौन से तेल मिलाए गए हैं इसकी जानकारी कारोबारी को नहीं थी।
इस आधार पर मिलावट की आशंका के चलते कार्रवाई की गई है। नमूनों की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
तैयार की जा रही थी एक्सपायरी मिठाइयां, दुकान के संचालन पर रोक एफएसडीए की टीम ने हंसखेड़ा पारा स्थित ओल्ड कमल गजक एंड पेठा पर जांच की जहां पर बड़ी मात्रा में एक्सपायरी और घटिया मिठाइयां बरामद हुईं।
टीम ने तत्काल प्रतिष्ठान में बरामद माल जब्त करते हुए संचालन पर रोक लगा दी। टीम ने 70 किग्रा पतीसा को नष्ट कराया जो काफी समय से रखा हुआ था। मिलावट के संदेह पर पतीसा, गजक, बेसन, काला तिल, मूगफली दाना, रेवड़ी व किशमिश के नमूने लिए गए हैं। इसके अलावा बड़ी मात्रा में बेसन और किशमिश को भी सीज कर दिया गया।
आयुक्त ने बताया कि एक्सपायरी मिठाइयों के अलावा बेहद गंदगी में मिठाइयां बनाई जा रही थीं। यहां से मिठाइयां तैयार कर दूसरी दुकानों पर भेजी जाती थीं। |