24 घंटे में दो नृशंस हत्याएं
संवाद सूत्र, मांझी (सारण)। सारण जिले के मांझी नगर पंचायत के दक्षिण टोला में बुधवार की सुबह अचानक हड़कंप मच गया। आम दिनों की तरह जब घरों में चूल्हों का धुआं उठ रहा था, तभी सूरज कुमार गुप्ता की चीख सुनाई दी। यह आवाज उनके भतीजे सुजीत कुमार की थी,जो रोज की तरह सुबह भोजन देने पहुंचा था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
दरवाजे की कुंडी खुली दिखी, लेकिन अंदर का दृश्य देखकर उसके होश उड़ गए। कमरे में 55 वर्षीय सूरज कुमार नग्न अवस्था में मृत पड़े थे। शरीर पर हुए घाव किसी निर्मम वारदात की ओर इशारा कर रहे थे। उनकी दोनों आंखें निकाल ली गई थी और निजी अंगों को भी विकृत किया गया था। वारदात की क्रूरता ने पूरे टोले को सहमा दिया।
15 सालों से रह रहे थे अकेले
सूरज कुमार पिछले करीब 15 वर्षों से अकेले रह रहे थे। पारिवारिक विवाद के चलते उनकी पत्नी और बच्चे छपरा शहर के किराए के मकान में रहते हैं। गांव में उनका आना-जाना केवल दवा या जरूरी सामान देने तक सीमित था। स्थानीय लोगों के मुताबिक, सूरज शांत स्वभाव के थे और दिन का अधिकांश समय घर में ही बिताते थे।
हत्या के तरीके ने पुलिस को भी चकित कर दिया है। कई पड़ोसियों और रिश्तेदारों से पूछताछ की जा रही है कि सूरज के घर आने-जाने वाला कौन था और उनकी दिनचर्या क्या थी।
पुलिस ने जुटाए सुराग
घटनास्थल से फिंगरप्रिंट,खून के नमूने और अन्य सुराग जुटाए गए हैं। पुलिस का मानना है कि हत्या रात के अंधेरे में की गई है और आरोपी संभवत: मृतक को जानता था, क्योंकि घर में जबरन प्रवेश के संकेत नहीं मिले हैं।
मोबाइल में छिपा है रोहित हत्या का
रिविलगंज थाना क्षेत्र के जखुआ गांव में मंगलवार की देर रात हुई हत्या ने पूरे इलाके को झकझोर दिया। 25 वर्षीय रोहित कुमार का शव सुबह ट्रैक किनारे मिला। गला रेतकर हत्या करने के साथ ही उसका बायां हाथ भी काट दिया गया था।गांव वालों के मुताबिक, रात को उन्होंने कोई हलचल तो नहीं सुनी, लेकिन सुबह लाश मिलने की सूचना पर बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर जमा हो गए।
गुजरात से आया था बहन की शादी में
रोहित पेशे से वेल्डर था और गुजरात में रहता था। बहन की शादी में शामिल होने के लिए वह 29 नवंबर को गांव आया था। 10 दिसंबर को उसकी वापसी का टिकट भी बुक था। उसकी पत्नी राधिका ने बताया कि रात खाना खाते वक्त एक फोन आया था।
कॉल सुनने के बाद वह जल्दबाजी में घर से निकल गया और फिर नहीं लौटा।इस बयान ने जांच को एक नई दिशा दे दी है। पुलिस मोबाइल काल डिटेल और लोकेशन के आधार पर अंतिम क्षणों की गतिविधियों का मिलान कर रही है।
जाम,विरोध व ग्रामीणों का गुस्सा
सुबह शव मिलने के बाद ग्रामीणों ने मेथवलिया के पास छपरा-सिवान मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया। शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया गया। वाहन कतारों में फंसे रहे और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी होती रही। बाद में समझाने-बुझाने के बाद जाम समाप्त कराया गया।
एसएसपी ने की जांच, दो हत्याओं ने बढ़ाई सरगर्मी
सारण के रिविलगंज व मांझी दोनों घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए सारण वरीय पुलिस अधीक्षक डा. कुमार आशीष वैज्ञानिक टीम के साथ छानबीन की। फारेंसिक विशेषज्ञों ने खून, मिट्टी, फाइबर और अन्य सामग्री के नमूनों को सुरक्षित किया।
डाग स्क्वायड ने घरों और रास्तों की घेराबंदी कर संभावित मूवमेंट की दिशा खोजने की कोशिश की। रिविलगंज मामले में मृतक का मोबाइल घटनास्थल के पास मिला है। पुलिस उसी मोबाइल की लोकेशन और टावर डंप एनालिसिस के जरिए अंतिम समय में आसपास मौजूद नंबरों की सूची निकाल रही है।
संदिग्धों को चिह्नित कर पूछताछ शुरू
कई संदिग्धों को चिह्नित कर पूछताछ शुरू कर दी गई है।मांझी मामले में पुलिस मृतक के पारिवारिक विवाद, गांव में पुराने रिश्तों और आर्थिक लेनदेन पर भी समानांतर छानबीन कर रही है।
एसएसपी डॉ.कुमार आशीष ने दोनों थानों की टीमों को अलग-अलग टास्क दिए हैं और बताया है कि हत्यारे चाहे कितने भी चालाक हों,वैज्ञानिक जांच से बचना मुश्किल है। दोनों मामलों को प्राथमिकता सूची में रखते हुए तेजी से कार्रवाई की जा रही है। |