इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Bihar Constable Recruitment Exam : केंद्रीय चयन पर्षद की ओर से आयोजित बिहार पुलिस की चालक सिपाही भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा कर दूसरे की जगह बैठने वाले बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ है।
इस दौरान रैकैट के मास्टर माइंड, स्कालर व परीक्षार्थी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में इनकी पहचान पटना जिला के मसौढ़ी थाना के भखड़ा गांव निवासी वीरेंद्र कुमार सिन्हा का पुत्र संतोष कुमार, जहानाबाद के दुखन सिंह का पुत्र मनीष कुमार और मूल परीक्षार्थी अरवल जिला के पौदिंल वंशी थाना के शादिपुर गांव के शंकर यादव का पुत्र रंजीत कुमार को गिरफ्तार किया गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पुलिस ने इनके पास से फर्जी एडमिट कार्ड, फर्जी आधार कार्ड व अन्य सामग्री जब्त की है। मामले में जिला स्कूल के प्राचार्य जीबू कुमार झा ने मिठनपुरा थाने में प्राथमिकी कराई है। मिठनपुरा थाने की पुलिस तीनों आरोपितों से पूछताछ कर रही है।
पूछताछ में पता चला कि चालक सिपाही भर्ती परीक्षा में दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने वाले रैकेट में और कई लोग शामिल है। इस दिशा में जांच के साथ कार्रवाई की जा रही है। इसमें पटना समेत अन्य जगहों के कई कोचिंग संस्थान के भी नाम सामने आए है। इसके लिए पटना समेत अन्य जगहों की पुलिस से संपर्क कर इन सभी के पूर्व का रिकार्ड खंगालकर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
एडमिट कार्ड और मूल आधार कार्ड से किया प्रवेश, जांच में पकड़ाए
बताया गया कि मिठनपुरा थाना क्षेत्र के जिला स्कूल परीक्षा केंद्र के कमरा संख्या दो में संतोष परीक्षा देने के लिए पहुंचा। परीक्षा शुरू होने से करीब एक घंटा पहले 11 बजे में वीक्षक प्रवेश पत्र, आधार कार्ड एवं आयोग के उपस्थिति पत्रक से जांच कर रहे थे। इसी क्रम में संतोष कुमार के प्रवेश पत्र व आधार कार्ड की जांच की गई।
आयोग के उपस्थिति पत्रक से मिलान करने पर भिन्न पाया गया। इसके बाद उसके कागजात की जांच की गई। जांच करने पर प्रवेश पत्र एवं आधार कार्ड फर्जी पाया गया। कक्षा में मौजूद फर्जी परीक्षार्थी संतोष कुमार ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह परीक्षार्थी रंजीत कुमार, पिता शंकर यादव, गांव शादिपुर, थाना पौदिंल, जिला अरवल के बदले परीक्षा देने आया था।
इसके बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई। फिर सख्ती से पूछताछ के बाद उसकी निशानदेही पर पुलिस ने जिला स्कूल मैदान में बैठे उसके सहयोगी मनीष कुमार को दबोच लिया।
दोनों की गिरफ्तारी के बाद परीक्षा केंद्र के बाहर से मूल अभ्यर्थी रंजीत कुमार को भी पकड़ा गया। पुलिस का कहना है कि इन सभी से पूछताछ के आधार पर रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की गिरफ्तारी को लेकर कार्रवाई की जा रही है।
प्रारंभिक जांच में पता चला कि परीक्षा में बैठने के लिए मोटी रकम में सौदा हुआ था। इसके लिए इन सभी से पूछताछ कर सभी के मोबाइल काल डिटेल को खंगाला जा रहा है, ताकि साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा सके। |