जागरण संवाददाता, रामपुर। जिले में हनीट्रैप गिराेह सक्रिय है। इसके शिकार पहले भी कई लोग हो चुके हैं। गंज कोतवाली में सोमवार को सात लोगों के खिलाफ हनीट्रैप मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई, जिसमें तीन महिलाओं समेत छह लोग नामजद किए गए। इनके द्वारा केमरी के एक युवक को शिकार बनाया गया था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
युवक वेल्डिंग का काम करता है। उसने 24 नवंबर को पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की थी। कहा था कि उसके मोबाइल वाट्सएप पर एक युवती का मैसेज आया। दोनों के बीच बातचीत शुरू हो गई। युवती ने बातों के जाल में उसे फंसा लिया।
22 नवंबर को उसे बड़ी कंपनी में काम दिलाने का झांसा देकर उत्तराखंड के रुद्रपुर में बुला लिया। वहां एक कमरे में सुप्रिया, इकराबी, दीपक कश्यप, मुकेश, इशरत व एक अन्य युवक मौजूद थे। सभी ने मिलकर डंडों से उसकी जमकर पिटाई की। छोड़ने के नाम पर उसके बैंक खाते से मुकेश व दीपक के नंबर पर ऑनलाइन 1,52000 रुपये ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद उक्त लोग उसे कार में बैठाकर रात नौ बजे रामपुर के गंज थाना क्षेत्र स्थित एक मकान में पहुंचे।
यहां हनीट्रैप गिरोह की सदस्य जौहरा उर्फ महक मौजूद थी। यहां गन प्वाइंट पर लेकर उसके कपड़े उतरवा दिए गए। फिर जौहरा के साथ आपत्तिजनक हालत में उसका वीडियो बनाया गया। इस वीडियो को वायरल करने की धमकी देते हुए उससे 80 हजार रुपये और वसूले गए। पुलिस ने सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इससे तीन दिन पहले खजुरिया थाने में भी इसी गिरोह के सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। यह प्राथमिकी न्यायालय के आदेश पर हुई थी, जिसमें पीड़ित शहर कोतवाली क्षेत्र के एक मुहल्ले का रहने वाला था। उसकी मां की ओर से की गई शिकायत पर पुलिस ने महक उर्फ जोहरा और सुप्रिया शुक्ला को नामजद करते हुए चार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
पीड़ित महिला का कहना था कि आरोपितों ने उनके बेटे को हनीट्रैप कर अपने पास बुलाया और बंदी बनाकर उसके अश्लील फोटो-वीडियो बनाकर प्रसारित करने की धमकी दी। एक लाख रुपये भी ले लिए। बाद में पांच लाख रुपये और मांग रहे थे।
इसी साल जून और जुलाई माह में भी इस तरह के दो मामले सामने आए थे। इनमें एक मामला शहर कोतवाली का था।
यहां हनीट्रैप का शिकार मुरादाबाद जिले के मूंढापांडे थाना क्षेत्र के खबडिया भूड गांव का युवक हुआ था। 25 जून को युवक ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें कहा था कि उसके मोबाइल पर एक महिला की वाट्सएप काल आई थी। महिला ने अपने पिता की बीमारी को लेकर अपनी परेशानी बताई। मदद के नाम पर महिला ने मिलने के लिए उन्हें तोपखाना गेट के पास बापू माल पर बुलाया। वह अपनी कार लेकर वहां आ गए। महिला उनके साथ कार में बैठ गई।
महिला ने ग्राम छितरिया की तरफ लालपुर से आगे छोड़ने के लिए कहा। रास्ते में एक सफेद रंग की बोलेरो गाड़ी आई और उसमें सवार लोगों ने उनकी कार रुकवा ली। वे लोग उसे एक बाग में ले गए और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देने लगे। मुकदमे से बचने के लिए 20 लाख रुपये की मांग कर दी। उन्होंने आठ लाख रुपये देकर अपनी जान बचाई। शहर कोतवाली पुलिस ने उनकी तहरीर पर मोज्जम, अनजार, दिलशाद, गुलफाम, साजिद, फरमान और एक महिला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
इसके एक माह बाद भोट थाना क्षेत्र में 23 जुलाई को प्राथमिकी दर्ज हुई थी, जिसमें उत्तराखंड के बाजपुर के होटल संचालक को गिरोह की महिला सदस्य ने अपने जाल में फंसाकर रामपुर बुलाया था। बाद में उसके साथियों ने मारपीटकर रुपये और सोने की चेन आदि सामान छीन लिया था।
पुलिस ने इस मामले में उत्तराखंड के जिला ऊधमसिंहनगर के थाना कुंडा के सरवरखेड़ा गांव की रहने नरगिस समेत चार को गिरफ्तार किया था। इस घटना के एक माह पहले शहर कोतवाली क्षेत्र में भी हनी ट्रैप की प्राथमिकी दर्ज हुई थी। |