सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, मथुरा। जिले की पांच विधानसभाओं में 360519 मतदाता कम होने वाले हैं। इनमें से अकेली मथुरा विधानसभा से सर्वाधिक 136311 से अधिक मतदाता घट जाएंगे। यहां 60996 मतदाता ढूंढे नहीं मिल रहे हैं। 52206 मतदाता अन्य विधानसभाओं में शिफ्ट हो चुके हैं। साथ ही यहां 5622 मतदाता डुप्लीकेट पाए गए हैं। 16355 मतदाताओं की मृत्यु हो चुकी है व 1132 अन्य वजहों से बाहर हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मथुरा विधानसभा में ढूंढे नहीं मिल रहे 60996 मतदाता
- आंकड़ों के लिहाज से देखें तो मथुरा विधानसभा क्षेत्र की सूची से सर्वाधिक मतदाता बाहर होने वाले हैं। साथ ही यहां अनुपस्थित व स्थानांतरित मतदाताओं की संख्या भी सर्वाधिक है।
- छाता विधानसभा में 63004 हजार मतदाता बाहर होंगे। इनमें 9496 अनुपस्थित, 36010 स्थानांतरित, 12090 मृतक, 5248 डुप्लीकेट व 160 अन्य हैं।
- मांट में 47480 मतदाता सूची में नहीं रहेंगे। इनमें 6500 अनुपस्थित, 29466 स्थानांतरित, 7534 मृतक, 3468 डुप्लीकेट व 512 अन्य हैं।
- गोवर्धन में 61498 नाम सूची से हटेंगे। इनमें 18373 अनुपस्थित, 28165 स्थानांतरित, 10107 मृतक, 4194 डुप्लीकेट व 659 अन्य हैं।
- बलदेव विधानसभा में 52226 मतदाताओं के नाम कटेंगे। इनमें 9390 अनुपस्थित, 29243 स्थानांतरित, 9455 मृतक, 3928 डुप्लीकेट व 210 अन्य शामिल हैं। अंतिम सूची जारी होने के बाद इन आंकड़ों में और बढ़ोतरी होगी।
मैपिंग से छूटे मतदाताओं को नोटिस देंगे 213 एईआरओ
मथुरा। गणना प्रपत्राें के आनलाइन फीडिंग के लक्ष्य के करीब पहुंचे प्रशासन के पास अब उनकी मैपिंग कार्य पूर्ण कराए जाने की कड़ी चुनौती है। तीन दिन में चार लाख से अधिक मतदाताओं की मैपिंग की जानी है। बीएलओ को कहा गया है कि प्रति बूथ पर मैपिंग के लिए 100 से अधिक लोग न रहें। तीन दिन में मैपिंग का लक्ष्य हासिल न हो सका तो इतनी बड़ी संख्या में लोगों को नोटिस देना भी आसान नहीं होगा। फिलहाल प्रशासन 213 एईआरओ (सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी) को नोटिस जारी करने की जिम्मेदारी देने जा रहा है।
3. 85 लाख मतदाता अभी मैपिंग से रह गए हैं
जिले में मतदाता प्रपत्रों की फीडिंग होने के बाद उनका मिलान 2003 की सूची से किया जा रहा है। जिन मतदाताओं या उनके माता पिता का विवरण 2003 की सूची में नहीं मिल पाएगा उन्हें नोटिस जारी किए जाएंगे।मंगलवार तक के आंकड़े के अनुसार जिले में 75़ 32 प्रतिशत मैपिंग हो गई है। 3. 85 लाख मतदाता अभी मैपिंग से रह गए हैं। प्रशासन इस संख्या को कम से कम करना चाह रहा है। इसके लिए सभी बीएलओ को मैपिंग लक्ष्य पूर्ण करने के लिए कहा गया है। हर बीएलओ को कहा गया है कि प्रति बूथ पर मैपिंग से बचने वाले मतदाताओं की संख्या 100 से कम रहनी चाहिए। सभी बीएलओ इस समय अपने-अपने बूथ पर मैपिंग के कार्य में लगे हुए हैं। बिना मैपिंग वाले मतदाताओं को फोन कर उनसे 2003 की सूची का ब्यौरा मांगा जा रहा है।
एडीएम ने दी जानकारी
एडीएम एफआर डॉ पंकज कुमार वर्मा ने बताया कि निर्धारित समय तक जिन मतदाताओं की मैपिंग नहीं हो पाएगी। उन्हें एईआरओ द्वारा नोटिस जारी किए जाएंगे। फिलहाल की मैपिंग के आंकड़ों के अनुसार जिले में 213 एईआरओ नियुक्त किए जा रहे हैं। जिला स्तरीय अधिकारियों, एई, जेई व इंटर कालेज के प्रवक्ताओं को यह जिम्मेदारी दी जाएगी। मैपिंग का आंकड़ा बढ़ने पर इनकी संख्या कम भी हो सकती है। एईआरओ नोटिस जारी करने के साथ ही नोटिस पर दिए गए जवाब की सुनवाई भी करेंगे।
एडीएम ने कहा, कि मैपिंग से बचे लोगों तक बीएलओ नोटिस पहुंचाएंगे। जिनको नोटिस जारी होगा उन्हें चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित दस्तावेज जमा कराने पड़ेंगे और उसके बाद ही उनका नाम मतदाता सूची में शामिल किया जाएगा। नोटिस जारी करने से जवाब प्राप्त करने की प्रक्रिया 16 दिसंबर से सात फरवरी तक चलेगी। 14 फरवरी को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा। |