cy520520 • 2025-12-9 21:39:29 • views 686
झारखंड कैलेंडर 2026 जारी। (जागरण)
डिजिटल डेस्क, रांची। नए साल की शुरुआत में ही झारखंड सरकार ने अपने कर्मचारियों और अधिकारियों को एक बड़ा तोहफा दिया है। राज्य कैबिनेट की सोमवार को हुई बैठक में वर्ष 2026 के लिए सरकारी अवकाशों का आधिकारिक कैलेंडर मंजूर कर लिया गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कुल 34 दिनों की छुट्टियों की यह सूची न केवल राष्ट्रीय त्योहारों को सम्मान देती है, बल्कि स्थानीय सांस्कृतिक परंपराओं को भी मजबूती से जोड़ती है। खास बात यह है कि आदिवासी समुदाय के प्रमुख पर्व सोहराय पर इस बार दो दिनों की लगातार छुट्टी घोषित की गई है, जो कर्मचारियों को उत्सव की धूम में डूबने का भरपूर मौका देगी।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में यह निर्णय लिया गया। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ये अवकाश राष्ट्रीय अवकाश अधिनियम (एनआईए एक्ट) के तहत 21 दिनों के साथ-साथ कार्यपालिका आदेशों के जरिए 13 अतिरिक्त दिनों की व्यवस्था के अंतर्गत होंगे।
कुल मिलाकर 34 छुट्टियों का यह पैकेज सरकारी कार्यालयों, शैक्षणिक संस्थानों और अन्य सरकारी प्रतिष्ठानों में लागू होगा। इससे न केवल कर्मचारियों को आराम मिलेगा, बल्कि सांस्कृतिक एकता को भी बढ़ावा मिलेगा।
सोहराय पर दो दिन की छुट्टी आदिवासी संस्कृति का सम्मान
झारखंड की समृद्ध आदिवासी विरासत को ध्यान में रखते हुए कैबिनेट ने सोहराय पर्व को विशेष महत्व दिया है। 12 और 13 जनवरी को सोहराय पर दो दिनों की छुट्टी घोषित की गई है, जिसमें पहला दिन सामान्य सोहराय और दूसरा दिन खुंटाव क्षेत्र के लिए विशेष रूप से आरक्षित है। सोहराय, जो फसल कटाई के उत्सव के रूप में जाना जाता है, आदिवासी समुदायों के लिए खुशी और समृद्धि का प्रतीक है।
इस निर्णय से ग्रामीण इलाकों में रहने वाले सरकारी कर्मचारी अपने परिवार के साथ पूरे जोश के साथ भाग ले सकेंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी छुट्टियां स्थानीय संस्कृति को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
एनआईए एक्ट के तहत 21 प्रमुख अवकाश
राष्ट्रीय अवकाश अधिनियम के दायरे में आने वाले ये 21 अवकाश देश की विविधता को दर्शाते हैं। इनमें गणतंत्र दिवस से लेकर क्रिसमस तक सभी प्रमुख पर्व शामिल हैं। नीचे दी गई तालिका में इनकी पूरी सूची दी गई है। ये अवकाश सभी सरकारी कार्यालयों में अनिवार्य होंगे, जिससे कर्मचारी राष्ट्रीय एकता के सूत्र में बंधे रहेंगे।
कार्यपालिक आदेश के तहत 13 अतिरिक्त अवकाश
कार्यपालिका के आदेशों से मिलने वाली 13 छुट्टियां झारखंड की स्थानीय परंपराओं पर केंद्रित हैं। इनमें मकर संक्रांति से लेकर भाई दूज तक विभिन्न पर्व शामिल हैं। ध्यान दें कि 1 अप्रैल को बैंक लेखा वार्षिक बंदी की छुट्टी केवल बैंकिंग क्षेत्र पर लागू होगी, सरकारी कार्यालयों पर नहीं। पूरी सूची इस प्रकार है। इन छुट्टियों से कर्मचारियों को परिवार के साथ समय बिताने और सांस्कृतिक आयोजनों में भाग लेने का अवसर मिलेगा। हूल दिवस जैसी ऐतिहासिक घटनाओं को याद करने वाली छुट्टियां राज्य की स्वतंत्रता संग्राम की गाथा को जीवंत रखेंगी।
अतिरिक्त छुट्टियों से कर्मचारियों में उत्साह
इस कैलेंडर से सरकारी कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। रांची के विभिन्न कार्यालयों से मिली प्रतिक्रियाओं में कई कर्मचारियों ने कहा कि सोहराय पर दो दिनों की छुट्टी से वे अपने गांव जाकर पूरे उत्सव का आनंद ले सकेंगे।
विशेषज्ञों के अनुसार ये अवकाश न केवल मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देंगे, बल्कि स्थानीय पर्यटन और सांस्कृतिक आयोजनों को भी गति प्रदान करेंगे। हालांकि इंटरनेट मीडिया पर आलोचकों का कहना है कि इतनी छुट्टियों से कार्यभार प्रभावित हो सकता है, लेकिन सरकार ने आश्वासन दिया है कि आवश्यक सेवाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा। झारखंड सरकार का यह कदम राज्य की सांस्कृतिक विविधता को मजबूत करने की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है। |
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