deltin33 • 2025-12-9 06:35:49 • views 810
दाखिल खारिज में विलंब पर राजस्व पदाधिकारी पर कार्रवाई
संवाद सूत्र, त्रिवेणीगंज (सुपौल)। विभागीय कार्यों में लापरवाही बरतना राजस्व अधिकारी को महंगा पड़ गया। जिलाधिकारी सावन कुमार ने कार्रवाई करते हुए त्रिवेणीगंज अंचल के राजस्व पदाधिकारी राकेश कुमार को राजस्व संबंधित कार्य से मुक्त करते हुए उन्हें जिला स्थापना शाखा में योगदान का निर्देश दिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
साथ ही राजस्व पदाधिकारी को अपना डोंगल भूमि सुधार उप समाहर्ता त्रिवेणीगंज को समर्पित करने का आदेश दिया है। डीएम द्वारा की गई इस कार्रवाई से प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है।
जानकारी के अनुसार, त्रिवेणीगंज अंचल में नलाइन दाखिल-खारिज एवं अन्य मामलों के निष्पादन में अनावश्यक विलंब के बिंदुओं पर जिला स्तर पर लगातार प्राप्त हो रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि जिला स्तर पर समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि 75 दिनों से अधिक समय से लंबित 58 आनलाइन दाखिल-खारिज मामलों के अधिकांश मामलों में राजस्व पदाधिकारी द्वारा अनियमितता बरती गई।
जिसके बाद भूमि सुधार उपसमाहर्ता, त्रिवेणीगंज द्वारा मामलों की विस्तृत जांच की गई। समीक्षा में कई अनियमितता सामने आईं। जिसमें बिना किसी उचित कारण के लंबे समय तक मामलों को लंबित रखना, आपत्ति लगाने वाले व्यक्ति की प्रासंगिकता की जांच किए बिना बार-बार सुनवाई की तारीख निर्धारित करना, जिन मामलों में कानूनन स्वतः दाखिल-खारिज होना चाहिए, उन्हें भी अनुचित रूप से लंबित रखना, कई मामलों में आदेश पारित न कर फाइल को अनावश्यक रूप से रोके रखना आदि शामिल हैं।
आदेश में कहा गया है कि दाखिल-खारिज अधिनियम, 2011 के प्रविधानों का खुला उल्लंघन किया गया है। समाहर्ता के निर्देशानुसार त्रिवेणीगंज अंचल अधिकारी तथा संबंधित कर्मियों को सभी लंबित दाखिल-खारिज मामलों का 35 दिनों के भीतर अनिवार्य रूप से निष्पादन करना होगा।
उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि भविष्य में कोई भी अधिकारी व्यक्तिगत कारणों से कार्य में विलंब न करे और सभी ऑनलाइन आवेदन प्राथमिकता के आधार पर निष्पादित किए जाए।
इस आदेश की प्रति राजस्व अधिकारी, भूमि सुधार उपसमाहर्ता, अंचल अधिकारी एवं जिला स्थापना शाखा सहित सभी संबंधित अधिकारियों को भेज दी गई है। अब यह देखने वाली बात होगी कि त्रिवेणीगंज अंचल कार्यालय कितनी तेजी से इस कार्य को पूरा करता है या अंचल संबंधित कार्य पूर्व की भांति कछुए की चाल से चलता है। |
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