हरिनारायण सिंह। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, पटना। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो (Indigo Airlines) के तीन दिसंबर से लगातार प्रभावित हो रहे संचालन का असर अब पूरी तरह रेल यात्राओं पर दिखाई देने लगा है। शनिवार को भी बड़ी संख्या में उड़ानें रद रहीं और कई घंटे विलंब से संचालित हुईं। इसके चलते यात्रियों ने हवाई यात्रा के स्थान पर ट्रेनों का रुख किया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
दिल्ली जाने वाली राजधानी, संपूर्ण क्रांति, अमृत भारत जैसी प्रीमियम ट्रेनों में सीटें पूरी तरह भर चुकी हैं। रविवार को कई प्रमुख ट्रेनों की बुकिंग रिग्रेट पर पहुंच गई, जबकि सामान्य दिनों में इनमें टिकट उपलब्ध रहता था। वेटिंग सूची तेजी से बढ़ने से यात्रियों की परेशानी भी बढ़ी है।
ऐसी स्थिति में यात्रियों की बढ़ी मांग को देखते हुए भारतीय रेलवे सक्रिय हो गया है। रेलवे बोर्ड ने विभिन्न रूटों पर 84 नई स्पेशल ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है, ताकि अतिरिक्त भीड़ को संभाला जा सके और यात्रियों को यात्रा का विकल्प मिल सके।
इन स्पेशल ट्रेनों में राजधानी और बड़े शहरों की ओर बढ़ी आवाजाही को प्राथमिकता दी गई है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और आवश्यकता पड़ने पर और भी ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाएगी, ताकि एयरलाइन संकट के बीच यात्री बिना परेशानी अपनी मंजिल तक पहुंच सकें।
मध्य रेलवे में सर्वाधिक 12 Special Trains
84 नई स्पेशल ट्रेनों में उत्तर रेलवे की 10, पश्चिम रेलवे की 6, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की 4, पूर्व मध्य रेलवे की 6, दक्षिण रेलवे की 10, पूर्वोत्तर रेलवे की 8, दक्षिण मध्य रेलवे की 8, दक्षिण पूर्व रेलवे की 4, पूर्वी रेलवे की 4, उत्तर पश्चिम रेलवे की 4, मध्य रेलवे की 12 एवं अन्य 8 ट्रेनें शामिल हैं।
इनमें से कुछ ट्रेनों का परिचालन शनिवार को शुरू हो गया है। धीरे-धीरे शेष ट्रेनों का परिचालन 11 दिसंबर तक शुरू किए जाने की योजना है।
पूर्वोत्तर रेलवे को दिल्ली के लिए मिली छह ट्रेनें
यात्रियों की सुविधा के लिए पूर्वोत्तर रेलवे को दिल्ली के लिए छह स्पेशल ट्रेनें मिली हैं। इनमें पटना-आनंद विहार (02309), आनंद विहार-पटना (02310), पटना-आनंद विहार (02395), आनंद विहार-पटना (02396), दरभंगा-आनंद विहार वाया हाजीपुर (05563) तथा आनंद विहार-दरभंगा वाया हाजीपुर (05564) स्पेशल ट्रेन शामिल हैं।
यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करना रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है। लंबी दूरी की ट्रेनों में भीड़ बढ़ी है। इसी स्थिति को देखते हुए रेलवे ने 84 नई स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू किया है। इन ट्रेनों को उन रूटों पर चलाया गया है, जहां सर्वाधिक दबाव देखा जा रहा है,। स्पेशल ट्रेनों की संख्या बढ़ने से न केवल यात्रियों को अतिरिक्त विकल्प मिलेंगे, बल्कि नियमित ट्रेनों पर भीड़ का दबाव भी कम होगा। -दिलीप कुमार, कार्यकारी निदेशक, सूचना एवं प्रचार |