राज्य ब्यूरो, लखनऊ। जीएसटी दरें कम होने का असर प्रदेश सरकार के खजाने पर पड़ा है। नवरात्र, दशहरा और दीपावली जैसे त्योहार अक्तूबर माह में होने के बावजूद पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष 320 करोड़ रुपये कम धनराशि जीएसटी से मिले हैं। यह स्थिति तब है जब लोगों ने इस बार त्योहारी सीजन में जमकर खरीदारी की है। जीएसटी राजस्व में आई कमी को सीधे जीएसटी दरों में की गई भारी कमी से जोड़कर देखा जा रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बता दें कि जीएसटी से अक्टूबर माह में हुए कारोबार का हिसाब किताब कारोबारी नवंबर में करते हैं। यानी अक्टूबर में हुए कारोबार से सरकार को मिलने वाले जीएसटी का ब्यौरा नवंबर तक देने का समय दिया जाता है। नवंबर माह में जीएसटी कलेक्शन का जो आंकड़ा वित्त विभाग ने जारी किया है वह मूलत: अक्टूबर में मिले जीएसटी का है। जीएसटी से नवंबर 2025 में कुल 7472.59 करोड़ की राजस्व प्राप्ति हुई है, जबकि नवंबर 2024 में जीएसटी से 7793.48 करोड़ रुपये राजस्व सरकार को मिले थें।
वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा है कि जीएसटी दरों में कमी से जनता में भारी उत्साह है। जीएसटी कम होने से बाजार में वस्तुओं की मांग बढ़ी है। अनुमान है कि आने वाले समय में जीएसटी से बेहतर परिणाम मिलेंगे।
शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में वित्त मंत्री ने बताया कि प्रदेश के मुख्य कर-करेत्तर राजस्व वाले मदों में वित्तीय वर्ष 2025-26 के नवंबर माह में कुल 18,997.86 करोड़ रुपये राजस्व मिला है जो कि नवंबर 2024 के मुकाबले 608.06 करोड़ रुपये अधिक है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के नवंबर माह में कुल 18,389.80 करोड़ रपये राजस्व मिला था। कर राजस्व से माह नवंबर तक 1,41,449.47 करोड़ रुपये मिल चुके हैं, जो माह नवंबर 2025 तक निर्धारित लक्ष्य 1,91,019.32 करोड़ के मुकाबले 74 प्रतिशत है।
गत वर्ष और इस वर्ष नवंबर में करों से मिली धनराशि का विवरण
राज्य कर का नाम नवंबर 2024 में प्राप्ति नवंबर 2025 में प्राप्ति
जीएसटी
7793.48
7472.59
वैट
2685.19
2830.85
आबकारी
4071.27
4486.50
स्टांप तथा निबंधन
2263.77
2585.62
परिवहन
1205.28
1208.46
भूतत्व एवं खनिकर्म
370.81
413.84
कुल योग
18,389.80
18,997.86
(नोट: राजस्व प्राप्ति धनराशि करोड़ रुपये में) |