राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश के विश्वविद्यालयों और कालेजों के शिक्षकों के लिए आनलाइन शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा मौका आया है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने ‘इंट्रोडक्शन टू पीएम गति शक्ति’ विषय पर मूक (मैसिव ओपन आनलाइन कोर्स) तैयार करने के लिए चार जनवरी 2026 तक अभिरुचि पत्र (ईओआई) आमंत्रित किए हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
चयनित शिक्षक को कोर्स विकसित करने के लिए 13.50 लाख रुपये तक का अनुदान मिलेगा। यह कोर्स स्वयं पोर्टल पर उपलब्ध कराया जाएगा।
यूजीसी के मुताबिक, मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों या कालेजों में कार्यरत शिक्षक, जिनके पास पीएचडी डिग्री और कम से कम पांच वर्ष का शिक्षण अनुभव हो, आवेदन कर सकते हैं। शिक्षक को अपनी संस्था से आनलाइन कोर्स चलाने के लिए सहमति-पत्र देना अनिवार्य होगा।
पात्रता केवल उन विश्वविद्यालयों और संस्थानों को मिलेगी जो एनआइआरएफ-2025 की किसी भी श्रेणी की टाप-100 सूची में शामिल हैं। कोर्स की संरचना और कंटेंट को लेकर भी स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए हैं। चार क्रेडिट वाले इस कोर्स में दो क्रेडिट थ्योरी और दो क्रेडिट प्रैक्टिकल होंगे।
कोर्स बहुआयामी होगा, जिसे एनईपी-2020 के अनुरूप तैयार किया जाएगा और यह यूजी व पीजी दोनों स्तर के छात्रों के लिए खुला रहेगा। हर सप्ताह 25 से 30 मिनट के वीडियो तैयार करने होंगे, जिन्हें छोटे-छोटे हिस्सों में विभाजित किया जाएगा।
इसके अलावा करीब 3000 शब्दों का ई-टेक्स्ट, केस स्टडी, गतिविधियां और असाइनमेंट भी तैयार करने होंगे। सप्ताह में एक लाइव क्लास अनिवार्य रखी गई है।
शिक्षक की आन-स्क्रीन उपस्थिति अधिकतम 25 प्रतिशत ही होगी, शेष सामग्री एनीमेशन और ग्राफिक्स आधारित होगी। चार क्रेडिट वाले मूक कोर्स के लिए 13.50 लाख रुपये तक का बजट तय किया गया है, जिसमें कंटेंट डेवलपमेंट, टीएलएम, एनीमेशन-ग्राफिक्स और क्वालिटी चेक जैसी सभी गतिविधियां शामिल होंगी। |