जागरण संवाददाता, हमीरपुर। महिला संग मारपीट करने वालों को पकड़ने पहुंची पुलिस आधी अधूरी तैयारी के बीच ही गांव पहुंच गई। जिसके कारण इतना बड़ा हमला पुलिस पर हो गया। यदि सिपाही वर्दी में तो शायद ग्रामीण इतने उग्र न हो पाते और यह घटना न होती। कहीं न कहीं पुलिस की लापरवाही इसमें सामने आ रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
घटना की सूचना पर सिपाही आशीष मौर्या बिना वर्दी के ही दबिश देने चला गया था। वहीं साथ गए चौकी इंचार्ज भी सरकारी जीप न ले जाकर अपनी प्राइवेट गाड़ी से गांव पहुंचे थे। इस बवाल में पुलिस की भी लापरवाही सामने दिखाई दे रही है। यदि सिपाही वर्दी में होता तो ग्रामीण उसके साथ मारपीट करने या उसे बंधक बनाने में डरते। लेकिन ऐसा नही था।
सिपाही लोअर और जैकेट पहनकर गांव पहुंचा था। जिसके कारण ग्रामीणों को पुलिस का डर नही दिखा और उन्होंने सिपाही को बंधक बनाकर उसको मरणानसन्न कर दिया। वहीं चौकी इंचार्ज राजेंद्र प्रसाद वर्दी में थे। जिसके कारण ग्रामीण उनके साथ ज्यादा कुछ नही कर सके। |