युगेश कृष्ण, शाहजहांपुर। नए साल का जश्न मनाने के लिए लोग विदेश का भी रुख कर रहे हैं। इनमें वियतनाम लोगों की पहली पसंद बना है। दुबई व सिंगापुर के लिए भी लोगों ने टिकट बुक कराए हैं। क्रूज पर सफर वाले पैकेज सबसे ज्यादा पंसद किए जा रहे हैं। ट्रैवल एजेंसियों पर बुकिंग लगातार बढ़ रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
वियतनाम के लिए छह रातों का पैकेज 60 हजार रुपये से शुरू हो रहा है, जिसमें फ्लाइट, होटल, वीजा, भोजन और घूमने की व्यवस्था शामिल रहती है। होटल बदलने या अपग्रेड कराने पर अतिरिक्त चार्ज देना पड़ता है। वियतनाम के अलावा दुबई, सिंगापुर और थाईलैंड की बुकिंग भी काफी हो रही है। समुद्री सैर का आकर्षण भी यात्रियों को खूब लुभा रहा है। भारत में मुंबई से गोवा और विदेश में सिंगापुर तक क्रूज़ यात्रा का तेजी से बढ़ रहा है।
थाईलैंड सबसे सस्ता, वियतनाम में अधिक बुकिंग
मोहनगंज स्थित एक ट्रैवल एजेंसी संचालक शुभम अरोड़ा के अनुसार, भारत में घूमना अब महंगा हो गया है, जबकि थाईलैंड का छह रातों का पैकेज केवल 35 हजार रुपये से शुरू हो जाता है। दुबई के लिए 48 हजार और सिंगापुर का 65 हजार रुपये में पैकेज उपलब्ध है। सबसे ज्यादा बुकिंग वियतनाम के लिए हुई है। यहां अब तक 25 पैकेज बुक कराए जा चुके हैं। 23 दिसंबर से पांच जनवरी तक लोगों ने यात्रा के लिए तिथियां तय की हैं। बुकिंग कराने वालों में चिकित्सक, अधिवक्ता, शिक्षक आदि शामिल हैं।
नए साल पर पैकेज महंगा, जनवरी में सस्ते ऑफर
ट्रैवल एजेंटों के मुताबिक, 31 दिसंबर तक यात्रा की बुकिंग कराना महंगा पड़ता है क्योंकि नए साल तक मांग बढ़ जाती है। जनवरी में लोगों के वापस लौटने के बाद होटल और सेवाओं का किराया कम हो जाता है, जिससे पैकेज भी सस्ते मिलते हैं।
समुद्री जहाज के पैकेज की मांग
समुद्री जहाज में घूमना लोगों के खूब भा रहा है, यही वजह से है कि 50 से अधिक लोगों ने इसके लिए पैकेज बुक कराया है।भारत में मुंबई-गोवा-मुंबई तक समुद्री यात्रा करने 30 हजार रुपये का पैकेज दिया जा रहा है। तो वहीं सिंगापुर में समुद्री यात्रा का आनंद लेने के लिए 75 हजार रुपये का पैकेज है। इसमें भी दो रात और तीन दिनों की यात्रा कराई जाती है।
पहले बुकिंग का फायदा, छोटे बच्चे फ्री
अक्टूबर में पैकेज बुक कराने पर काफी बचत हो जाती है। ट्रैवल एजेंसी संचालकों का कहना है कि दो साल तक के बच्चों के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता, जबकि दो साल से ऊपर के बच्चों के लिए आधा किराया देना होता है। |