शिक्षा मंत्री सुनील कुमार। फोटो-सोशल
जागरण संवाददाता, पटना। शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश आगे बढ़ेगा। प्रदेश के सभी प्रखंडों में मॉडल विद्यालयों का निर्माण होगा। जो सभी सुविधाओं से पूर्ण होगा। विषय की पढ़ाई के साथ कंम्प्यूटर व विज्ञान की प्रयोगशालाएं स्थापित होंगी। इसी तर्ज पर विद्यालयों और कॉलेज को विकसित किया जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ये बातें शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने ज्ञान भवन में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से आयोजित मेधा दिवस पर मैट्रिक और इंटर के टापर विद्यार्थियों को सम्मानित करने के दौरान कही। मंत्री ने कहा कि पहले की तुलना में शिक्षा क्षेत्र में काफी विकास हुआ है।
सबसे अधिक पैसा शिक्षा विभाग को सरकार से प्राप्त होता है। प्रदेश में कदाचार मुक्त परीक्षा कराने का श्रेय बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को जाता है। समिति ने कई बदलाव किए हैं और आगे भी करेंगे। समारोह के दौरान इंटर व मैट्रिक में बेहतर प्रदर्शन करने वाले 151 विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया।
इंटर और मैट्रिक वार्षिक परीक्षा में इंटर के तीन संकाय कला, विज्ञान और वाणिज्य में टाप पांच में 28 विद्यार्थियों तथा मैट्रिक में टाप 10 में 123 विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। समिति की ओर से मैट्रिक व इंटर में प्रथम स्थान पाने वाले को दो लाख रुपये, दूसरे स्थान प्राप्त करने वाले को डेढ़ लाख एवं तीसरे स्थान प्राप्त करने वाले को एक लाख रुपये प्रदान किए गए। इ
सके साथ ही लैपटाप, प्रशस्ति पत्र तथा मेडल देकर सम्मानित किया गया। मैट्रिक परीक्षा में चौथे से 10वें स्थान प्राप्त करने वाले को 20-20 हजार रुपये, मेडल, लैपटाप आदि दिए गए। इसके अलावा इंटर में चौथा व पांचवां स्थान प्राप्त करने वाले को 30 हजार रुपये, लैपटाप, प्रशस्ति पत्र दिया गया।
कार्यक्रम के दौरान शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. बी राजेंदर, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर, प्रो. अजय घटक आदि मौजूद रहे।
कार्यक्रम में इंटर व मैट्रिक परीक्षा के सफल संचालन को लेकर प्रदेश के 10 जिला पदाधिकारियों व जिला शिक्षा पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया। इस दौरान पटना, औरंगाबाद, भागलपुर, गया, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, नालंदा, अररिया, शेखपुरा के जिलाधिकारी व शिक्षा पदाधिकारी सम्मानित हुए। |