वैभव सूर्यवंशी
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार के युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने अपने करियर की नई उड़ान भरते हुए घरेलू क्रिकेट में धमाकेदार एंट्री दर्ज कराई है। महज 14 साल की उम्र में वैभव ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में न सिर्फ अपना पहला शतक जमाया, बल्कि उम्र के कई रिकॉर्डों को ध्वस्त करते हुए देशभर का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन पर महाराष्ट्र के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए इस किशोर बल्लेबाज ने 61 गेंदों पर नाबाद 108 रन ठोक दिए, जिसमें 7 चौके और 7 छक्के शामिल रहे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
58 गेंद पर हार्ड-हिटर अंदाज में लगाया गया उनका शतक मैदान में मौजूद दर्शकों के लिए रोमांचक क्षण था।
वैभव की यह ऐतिहासिक पारी बिहार क्रिकेट के लिए भी बेहद खास मानी जा रही है, क्योंकि इससे पहले इतनी कम उम्र में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में किसी भी भारतीय खिलाड़ी ने तीन अंकों की पारी नहीं खेली थी।
इस उपलब्धि के साथ वैभव टूर्नामेंट में सबसे कम उम्र में शतक लगाने वाले खिलाड़ी बन गए। इससे पहले यह रिकॉर्ड महाराष्ट्र के विजय जोल के नाम था, जिन्होंने 18 साल 118 दिन की उम्र में मुंबई के खिलाफ 109 रन बनाए थे।
वहीं मुंबई के आयुष म्हात्रे ने भी 18 साल से कुछ अधिक उम्र में दो शतक लगाए थे, लेकिन वैभव ने 14 साल में जो हासिल किया है, वह भारतीय टी-20 घरेलू क्रिकेट में अभूतपूर्व माना जा रहा है।
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष हर्षवर्धन ने वैभव को बधाई देते हुए इसे बिहार क्रिकेट के लिए “ऐतिहासिक क्षण“ बताया।
उन्होंने कहा कि इतनी कम उम्र में वैभव का अनुशासन और आत्मविश्वास राज्य के युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है। हर्षवर्धन ने विश्वास जताया कि आने वाले टूर्नामेंटों में भी यह युवा बल्लेबाज इसी तरह चमकता रहेगा।
वैभव की इस उपलब्धि की खासियत यह भी है कि यह उनके लगातार बड़े प्रदर्शनों की श्रृंखला का नया अध्याय है।
आईपीएल में शतक, एशिया कप राइजिंग स्टार्स में 144 रन और अब घरेलू टी-20 में धमाकेदार सेंचुरी—इन रिकॉर्ड्स ने उन्हें भारत के सबसे तेजी से उभरते बल्लेबाजों की श्रेणी में खड़ा कर दिया है।
अब 12 दिसंबर से शुरू होने वाले अंडर-19 एशिया कप में वैभव भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे, जहां उन पर पूरे देश की नजरें टिकी होंगी। |