जागरण संवाददाता, चित्रकूट। बीट पुलिसिंग को सुदृढ़ बनाने के लिए पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह प्रतिदिन विभिन्न थानों के 10 से 12 बीट पुलिस कर्मियों से संवाद करते हैं।
गुरुवार को समीक्षा के दौरान एसपी ने कर्वी कोतवाली में तैनात बीट पुलिसकर्मी अनिकेत से अपने क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटरों की जानकारी मांगी तो उनका जवाब चौंकाने वाला था। बीट कर्मी अनिकेत ने बताया कि उसके क्षेत्र में तीन हिस्ट्रीशीटर हैं, जिनमें से एक हिस्ट्रीशीटर लोगों का इलाज करता है, जबकि उसके ऊपर हत्या, लूट समेत 17 गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
एसपी ने तुरंत संबंधित अधिकारियों को इस व्यक्ति की गतिविधियों की गहन जांच करने और मेडिकल प्रैक्टिस की वैधता सत्यापित कराने के निर्देश दिए।
बीट कर्मी ने जानकारी दी कि सुशील त्रिपाठी वर्ष 2010 से सरधुवा थाना क्षेत्र से आकार कर्वी कोतवाली क्षेत्र के ब्यूर गांव में क्लिनिक चलाकर मरीजों का इलाज कर रहा है। उसके खिलाफ हत्या, लूट, जानलेवा हमला, डकैती सहित करीब कुल 18 गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
यह सुनते ही एसपी कुछ क्षणों के लिए स्तब्ध रह गए कि इतना गंभीर अपराधी खुलेआम मेडिकल प्रैक्टिस कर कैसे रहा है और अब तक किसी की नजर में क्यों नहीं आया।
एसपी अरुण कुमार सिंह ने तुरंत बीट पुलिसकर्मी को निर्देश दिया कि वह इस मामले में दो दिनों के भीतर विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
वहीं, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. महेंद्र कुमार जतारिया ने कहा कि उनको इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है, आश्चर्य है कि हिस्ट्रीशीटर मरीजों का क्या इलाज करेगा। नोडल अधिकारी डॉ. जिया. आर. रतमेले को भेजकर जांच कराया जाएगा। |