जागरण संवाददाता, कानपुर। विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान की ड्यूटी पर तैनात बीएलओ बिना अनुमति लिए बाहर घूमने चले गए। जानकारी मिलने पर जांच के आदेश दिए गए। एसीएम द्वितीय की रिपोर्ट के बाद बिल्हौर के सहायक अध्यापक के पद पर तैनात बीएलओ कमल सिंह को निलंबित किया गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसके साथ ही जिलाधिकारी ने गणना पत्रों की वापसी में लापरवाही बरतने पर पांच सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (एईआरओ) को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया है।
वहीं, बेहतर काम करने पर कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र की बीएलओ प्रज्ञा वाजपेयी को ‘बीएलओ आफ द डे’ घोषित कर सम्मानित किया गया। चार नवंबर से चार दिसंबर तक चल रहे एसआईआर अभियान को लेकर सख्त चेतावनी के बाद भी कुछ बीएलओ की कार्यप्रणाली में सुधार नहीं हो रहा है।
छावनी विस क्षेत्र में बूथ संख्या 176 पर सहायक अध्यापक कमल सिंह बीएलओ के पद पर तैनात हैं। बीते कुछ दिनों से वह उच्च अधिकारियों के निर्देशों के अनुसार रिपोर्ट नहीं दे रहे थे। गोपनीय जांच कराई गई तो पता चला कि वह ड्यूटी छोड़कर घूमने चले गए हैं।
निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के अनुसार, शिक्षक ने चुनावी कार्य में रुचि नहीं ली, बल्कि कई दिनों से बिना अनुमति जनपद सीमा के बाहर रहे। सुपरवाइजर की रिपोर्ट में उनकी गैरहाजिरी से एसआईआर अभियान प्रभावित होने की पुष्टि हुई, जिसके बाद जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह के निर्देश पर बीएसए सुरजीत कुमार सिंह ने सहायक अध्यापक को निलंबित कर बीआरसी बिल्हौर से संबद्ध कर दिया है।
डीएम की आनलाइन बैठक छोड़ी, पांच से स्पष्टीकरण तलब
एसआईआर की आनलाइन समीक्षा के दौरान डिजिटाइजेशन लक्ष्य के अनुसार नहीं होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई। इस दौरान जिला खाद्य विपणन अधिकारी/ सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी अजय विक्रम सिंह ने समीक्षा बैठक में अनुपस्थित रहने के साथ ही आनलाइन बैठक को समय से पहले छोड़ दिया।
इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए जिलाधिकारी ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा। इसके साथ ही गणना फार्म अपलोड करने में सुस्ती बरतने पर सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी वीरपाल सिंह (जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी), ज्योति यादव (सहायक आयुक्त वाणिज्यकर), यासमीन रहमान (बीईओ, किदवई नगर) और भरत कुमार वर्मा (बीईओ, बिधनू) को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।
राजनीतिक दलों से मांगा सहयोग
कलेक्ट्रेट सभागार में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ जिलाधिकारी ने बैठक की। उन्होंने कहा कि गणना प्रपत्र जमा करने की अंतिम तिथि चार दिसंबर निर्धारित है और अब केवल सात दिन शेष हैं। निर्धारित तिथि तक प्रपत्र न सौंपने वाले मतदाताओं के नाम ड्राफ्ट मतदाता सूची में शामिल नहीं हो सकेंगे।
डीएम ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ ही मतदाताओं से अंतिम तिथि की प्रतीक्षा न करने और समय से प्रपत्र बीएलओ को जमा करने की अपील की। उन्होंने बताया कि जिन मतदाताओं को 2003 से संबंधित जानकारी भरने में कठिनाई है, वे सिर्फ हस्ताक्षर कर प्रपत्र जमा कर सकते हैं। बीएलओ आवश्यक विवरण स्वयं भर देंगे।
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