जागरण संवाददाता, फिरोजाबाद। दुष्कर्म के मामले में जेल में बंद बेटे और उसके साथी को बाहर निकालने के लिए पिता ने अपनी ही बेटी के अपहरण का ड्रामा रच दिया। पहले उसे बहन के घर छोड़ा फिर पांच दिन बाद योजनाबद्ध तरीके से मक्खनपुर थाने के पास छोड़ दिया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बेटी ने पुलिस को अपने अपहरण और दुष्कर्म की वही कहानी सुनाई जो पिता ने समझाई थी, लेकिन सीसीटीवी कैमरों ने पोल खोल दी। पुलिस ने पिता और उसके रिश्ते के भाई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
अरांव इंस्पेक्टर ऋषि कुमार ने बताया कि थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी कुंवरपाल की पत्नी ने 22 नवंबर को प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
इसमें आरोप लगाया था कि उनकी बेटी को 17 नवंबर को स्कूल जाते समय रास्ते में लिफ्ट देने के बहाने से दो सगे भाई बाइक पर बिठाकर ले गए और पांच दिन बाद 22 नवंबर को मक्खनपुर छोड़कर चले गए।
इस पर दोनों भाइयों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की गई। घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फु़टेज खंगालने पर पता चला कि कुंवरपाल ने रंजिशवश जेल बंद बेटे के मुकदमे में सुलह का दबाव बनाने के लिए झूठी कहानी रची।
उसने अपने रिश्ते के भाई रमाकांत के साथ मिलकर बेटी को मटसेना क्षेत्र में रहने वाली बहन के घर छोड़ा। पांच दिन बाद उसे मक्खनपुर थाने के पास लाकर छोड़ दिया। इस दौरान बेटी को समझाया कि वह गांव के ही दो सगे भाई पर आरोप लगाए।
इंस्पेक्टर ने बताया कि जिन लोगों पर आरोप लगाया था। उनके परिवार की किशोरी को बहला फुसलाकर ले जाने और दुष्कर्म के मामले में कुंवरपाल का बेटा और एक अन्य जेल में बंद है। इसीलिए अपहरण की झूठी कहानी रची गई।