फर्जी मतदाता पहचान पत्र से बनाया आधार कार्ड, फिर जमीन की खरीद-फरोख्त। प्रतीकात्मक
ब्रजेश पांडेय, बस्ती। गुजरात का एक मुस्लिम व्यक्ति बस्ती जनपद में हिंदू नाम-पहचान से दो दशक से डेरा जमाए रहा। उसके संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी सामने आते ही सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं। सुरक्षा एजेंसियां अब उसे ढूंढ रही हैं। फर्जी पहचान पत्र, फर्जी आधार कार्ड से इसने जमीन की खरीद-फरोख्त भी की है। मामला पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में आते ही जांच बैठा दी गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
गुजरात के वलसाड जिले के भिलाड़ बेस्ट नियर गरीब नवाज होटल भिलाड़ निवासी अब्दुल रहमान खान पुत्र अब्दुल माजिद खान बस्ती जिले के छनवतिया थाना सोनहा निवासी दिवंगत राम दुलारे चौबे पुत्र रुद्रनाथ बनकर जालसाजी किया है। ग्राम छनवतिया के मोहम्मद असलम पुत्र अब्दुल खालिद के निर्वाचन कार्ड नंबर TBM0139873 को स्कैन और एडिट कर वर्ष 2007 में मुस्लिम से हिंदू बनकर फर्जी पहचान पत्र बनवाया है।
सोनहा थाना क्षेत्र के रेंगी निवासी फूल चन्द चौधरी ने जब जिला निर्वाचन कार्यालय से छानबीन कराई तो मामला पकड़ में आया। जब निर्वाचन कार्यालय से नकल प्राप्त किया तो फर्जीवाड़ा की पोल खुली। इसी मतदाता पहचान पत्र को स्कैन और एडिट कराया और एक महिला से मिलकर कंप्यूटर के माध्यम से फर्जी नाम से आधार कार्ड भी वर्ष 2016 बनवा लिया। अब्दुल रहमान ने दो बार अपना नाम परिवर्तित कराया है। इसके आधार पर एक महिला के नाम से बैनामा भी किया है। अब्दुल रहमान लंबे समय तक सोनहा थाना क्षेत्र के मुस्लिम बाहुल्य गांव सेहबरा के मदरसे पर रहा।
इस बीच इसने सल्टौवा ब्लाक में प्रधानमंत्री आवास के लिए आवेदन किया था। आवेदन सत्यापन में जब उसके मोबाइल नंबर पर आधार कार्ड की मांग हुई तो उसने जल्दबाजी में गुजरात के निवास पते का आधार कार्ड नंबर 900494491819 भेज दिया। बाद में जब इसकी पोल खुल गई तो कुछ दिनों से इसने अपना ठिकाना बदल दिया। फर्जी पहचान पत्र, धोखाधड़ी, जालसाज़ी, मृतक व्यक्ति का प्रतिरूपण करते हुए भूमि की अवैध बिक्री, साजिश एवं गंभीर आपराधिक कृत्य से जुड़ा मामला है। उसके कनेक्शन यहां किसके-किसके साथ रहे, इसकी भी जांच शुरू हो गई है।
ग्राम छनवतिया के राम दुलारे चौबे के भाई राम पियारे पुत्र रुद्रनाथ ने बताया के मेरे छोटे भाई राम दुलारे चौबे की मृत्यु 30 वर्ष पहले हो चुकी है। भाई के हिस्से का करीब डेढ़ बिगहा जमीन फर्जी कागजात तैयार कराकर सिर्फ तीन लाख में बैनामा करा लिया गया। जब मुझे इसकी जानकारी हुई कि हमारी संपत्ति को दूसरे लोगों ने फर्जी बैनामा करा लिया तो निबंधन कार्यालय के साथ न्यायालय के संज्ञान में लाया गया है।
सभी प्रपत्र जब पुलिस अधीक्षक के पास पहुंचा तो उन्होंने इसकी जांच सीओ रुधौली को सौंप दिया। इस मामले में पूछे जाने पर पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन ने बताया कि यह गंभीर प्रकरण है। इसकी जांच सीओ रुधौली स्वर्णिमा सिंह को सौंपी गई है। जांच के बाद मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। |
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