भारत-यूरोप विमानन साझेदारी को मजबूती, जयशंकर और नायडू ने की उच्चस्तरीय वार्ता   
 
 
- उड्डयन क्षेत्र में रणनीतिक अवसरों पर फोकस, जयशंकर ने एयरबस-इंडिगो से की मुलाकात
 
 - भारत के विमानन विकास पर मंत्रियों और वैश्विक कंपनियों की अहम बैठक
 
  नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर और नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने एयरबस के निदेशक मंडल और इंडिगो के शीर्ष प्रबंधन के साथ उच्चस्तरीय बैठक की।    
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य भारत के नागरिक उड्डयन क्षेत्र को मजबूती देना और भारत-यूरोप आर्थिक एवं विमानन साझेदारी को और प्रगाढ़ करना रहा।   
 
 
 
 
बैठक के दौरान भारत में जारी बुनियादी ढांचा सुधारों, आर्थिक नीतिगत बदलावों और प्रशासनिक सुधारों पर चर्चा हुई। दोनों मंत्रियों ने वैश्विक विमानन कंपनियों के लिए इन बदलावों से पैदा हो रहे रणनीतिक अवसरों पर विशेष रूप से प्रकाश डाला।   
बैठक के बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "अपने कैबिनेट सहयोगी राम मोहन नायडू के साथ एयरबस के निदेशक मंडल और इंडिगो के वरिष्ठ प्रबंधन के साथ बातचीत करके मुझे खुशी हुई।"   
 
 
 
 
उन्होंने आगे लिखा, "भारत में चल रहे बुनियादी ढांचे, आर्थिक और प्रशासनिक बदलावों के साथ-साथ भारत-यूरोप के बढ़ते संबंधों और भारत के नागरिक उड्डयन क्षेत्र के विकास के लिए इनसे उत्पन्न अवसरों पर उपयोगी बातचीत हुई।"   
यह समझौता ऐसे समय में हुआ है जब भारत में यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है और हवाई अड्डों के नेटवर्क का विस्तार हो रहा है। इससे भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते विमानन बाजारों में से एक बन रहा है।   
एयरबस और इंडिगो इस विकास की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है।   
अधिकारियों ने कहा कि चर्चा में प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, विनिर्माण साझेदारी और स्थिरता लक्ष्यों पर भी चर्चा हुई, जो भारत के आत्मनिर्भरता और हरित विमानन के प्रयासों के अनुरूप है। 
 
  
 
 
  
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