जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। जिले में आवेदकों को एक दिसंबर से ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्टिंग सुविधा मिलने जा रही है। संभागीय परिवहन अधिकारी ने डी-पैक एटीएस सेंटर प्राइवेट लिमिटेड को प्रत्यायन चालन केंद्र (एडीटीसी) के रूप में अधिकृत किया गया है। इस सुविधा के शुरू होने से जिले में ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट की प्रक्रिया आधुनिक व पारदर्शी हो जाएगी।
जिले में बढ़ती आबादी और वाहनों की संख्या को देखते हुए आधुनिक ड्राइविंग टेस्टिंग सेंटर खोलने की मांग लंबे समय से की जा रही है। अब इसके लिए केंद्र के शुरू होने जा रहा है। डी-पैक एटीएस सेंटर प्रावेइट लिमिटेड को ड्राइविंग टेस्टिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
वर्तमान में इस एडीटीसी केंद्र के पास सारथी पोर्टल 4.0 पर लाॅगइन आईडी उपलब्ध नहीं है। इस कारण औपचारिक प्रक्रिया पूरी होने तक अस्थायी व्यवस्था लागू की गई है। इस व्यवस्था के तहत संभागीय परिवहन कार्यालय में तैनात संभागीय निरीक्षक को निर्देशित किया गया है कि वह संस्थान में तैयार ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक और अन्य संसाधनों को अपने निरीक्षण में संचालित कराएं।
टेस्ट के परिणाम वह अपनी लागइन आईडी से सारथी पोर्टल पर अपलोड करेंगे। जिससे आवेदकों को टेस्टिंग में बाधा न आए और लाइसेंस प्रक्रिया जारी रहे। डी-पैक एटीएस सेंटर को निर्देशित किया गया है कि वह एक दिसंबर 2025 तक सभी निर्धारित मानकों के अनुरूप ट्रैक एवं सुविधा विकसित की जाए।
जिससे आवेदकों को जल्द से जल्द एडीटीसी में भेजा जा सके। विभाग का कहना है कि इस सुविधा के शुरू होने से ड्राइविंग लाइसेंस प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी। टेस्टिंग के डिजिटल और ऑटोमेटेड होने से योग्यता आधारित मूल्यांकन सुनिश्चित किया जा सकेगा।
यह भी पढ़ें- गाजियाबाद में बनेगा यूपी का पहला नेचर एलिवेटेड वाॅकवे, मुंबई की तर्ज पर होगा 800 मीटर के ट्रैक का निर्माण |