शोभित श्रीवास्तव/राज्य ब्यूरो, लखनऊ। भाजपा प्रदेश में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) अभियान को राजनीतिक रूप से अधिक प्रभावी बनाने के लिए बूथ स्तर पर अपनी संगठनात्मक संरचना को और सशक्त बनाने जा रही है।
विधान सभा क्षेत्र स्तर पर बीएलए-1, बूथ स्तर पर बीएलए-2 के साथ-साथ बूथ प्रवासी की संयुक्त टीम का गठन किया गया है। यह तीनों आपसी तालमेल बैठाते हुए कार्य विभाजन करेंगे और बूथ अध्यक्ष को साथ लेकर प्रत्येक घर तक पहुंचने की विस्तृत रणनीति बनाएंगे। सत्यापन, संपर्क और सूचनाओं के आदान-प्रदान का यह त्रिकोणीय ढांचा भाजपा की माइक्रो-प्लानिंग को मजबूती देगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पार्टी एसआइआर अभियान को बूथ स्तर पर अपने जनाधार को और मजबूती देने का अवसर मान रही है। इसलिए पार्टी ने इस अभियान को राजनीतिक रूप से और अधिक प्रभावी बनाने के लिए बूथ स्तर पर अपनी संगठनात्मक संरचना को और सशक्त करने के निर्देश जारी किए हैं।
विधान सभा क्षेत्र स्तर पर बीएलए-1 बनाए गए हैं। बूथ स्तर पर बीएलए-2 के अलावा एक बूथ प्रवासी भी नियुक्त किए गए हैं। बूथ प्रवासी किसी दूसरे बूथ के बनाए गए हैं। यानी बूथ प्रवासी जहां काम करेंगे उनका घर उस बूथ में नहीं होगा। ऐसा इसलिए किया है ताकि काम और पारदर्शिता लाई जा सके।
पार्टी ने स्पष्ट संकेत दिया है कि आगामी चुनावों को देखते हुए भाजपा बूथ प्रबंधन को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रख रही है। मतदाता सूची के सत्यापन को भाजपा केवल प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं मान रही, बल्कि इसे बूथ स्तर पर अपने जनाधार को पुख्ता करने का अवसर मान रही है। नए मतदाताओं तक पहुंच, पुराने मतदाताओं का सत्यापन और संभावित समर्थक वर्गों की पहचान इन सभी में बूथ टीमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने खुद जिलों में जाकर बूथों की समीक्षा शुरू कर दी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों से एसआइआर में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि साफ-सुथरी व त्रुटिहीन मतदाता सूची लोकतंत्र की नींव है, परंतु राजनीतिक रूप से देखें तो यह भाजपा के लिए बूथ स्तर की पकड़ को और मजबूत करने का आधार भी बनेगी।
कुल मिलाकर पार्टी इस अभियान के जरिए एक तीर से दो निशाने साध रही है, पहला संगठन का बूथ नेटवर्क और मजबूत करना और चुनावी जमीन पर अपनी उपस्थिति को और धार देना है। |