बरसों पहले बसी थी कंकड़बाग-पाटलिपुत्र कॉलोनी, अब विकसित होगी 11 नई टाउनशिप
राज्य ब्यूरो, पटना। पिछली सदी में आजादी के बाद पटना शहर को विस्तार देने के लिए कंकड़बाग और पाटलिपुत्र कॉलोनी बसाई गई थी। इतने बरसों के बाद अब कुछ इसी तर्ज पर राज्य के 11 शहरों में नई सैटेलाइट टाउनशिप बसाई जाएगी। इनमें नौ प्रमंडलीय मुख्यालय वाले शहरों के साथ सीतामढ़ी और सोनपुर शामिल हैं। राज्य कैबिनेट ने मंगलवार को इसकी मंजूरी दे दी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कैबिनेट बैठक के तुरंत बाद नगर विकास एवं आवास मंत्री नितिन नवीन की अध्यक्षता में विभागीय कार्यालय में सैटेलाइट टाउनशिप योजना की रूपरेखा और क्रियान्वयन को लेकर बैठक आयोजित की गई।
मंत्री ने कहा कि राज्य के प्रमुख शहरों की बढ़ती जनसंख्या और आवश्यकताओं को देखते हुए राज्य में नियोजित, पर्यावरण-सम्मत एवं आधुनिक टाउनशिप के विकास की आवश्यकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। बिहार के शहरीकरण को राष्ट्रीय मानक तक ले जाना हमारी प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि पिछले 40 वर्षों में पाटलिपुत्र एवं कंकड़बाग के बाद पहली बार 11 नए शहरों को विकसित किया जाएगा। यह सैटेलाइट सिटी परियोजना ग्रीनफील्ड टाउनशिप माडल पर आधारित होगी। इन शहरों में ट्रैफिक प्रबंधन, जल निकासी, कचरा निपटान, हरे-भरे पार्कों और आवासीय क्षेत्रों पर खास जोर दिया जाएगा।
लैंड पूलिंग पॉलिसी होगी लागू, हर जिले में प्रशासकीय समितियां:
सैटेलाइट टाउनशिप योजना को जमीन पर उतारने के लिए लैंड पूलिंग पॉलिसी को लागू किया जाएगा। इसमें भूमि स्वामी भी लाभान्वित होंगे। भूमि मालिकों को विकसित भूमि पर सार्वजनिक उपयोगीय संरचनाएं, सड़कें और सामाजिक बुनियादी ढांचा तैयार कर मिलेगा।
इसके लिए हर जिले में प्रशासकीय समितियां बनाई जाएंगी जिनमें भूमि अधिग्रहण अधिकारी, शहरी योजनाकार, राजस्व और भूमि सुधार विभाग के प्रतिनिधि शामिल होंगे। ये समितियां टाउनशिप की रूपरेखा, सीमाओं, सार्वजनिक सुविधाओं और भूमि पुनर्वितरण की नीतियों की निगरानी करेंगी।
इन शहरों में बसेगी सैटेलाइट टाउनशिप:
पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, गया, दरभंगा, मुंगेर, सारण, सहरसा, पूर्णिया, सीतामढ़ी (सीतापुरम) और पटना-सोनपुर बेल्ट। |