नोएडा में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे हवा की गुणवत्ता खराब हो रही है। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता,नोएडा। प्रदूषण की रफ्तार बेलगाम हो रही है। हवा की बिगड़ती गुणवत्ता लोगों के सेहत खराब करने लगी है। सोमवार को शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 398 और ग्रेटर नोएडा का 384 अधिक खराब श्रेणी में दर्ज हुआ। देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहरों में नोएडा दर्ज हुआ। सड़कों पर लगे मिट्टी के ढेर और नोएडा प्राधिकरण के वेंडर्स द्वारा किया जा रहा पाइप लाइन डालने का काम लोगों के लिए सिरदर्द बन गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जिम्मेदार ही प्रदूषण के स्तर को बढ़ाने में अपना योगदान देने से पीछे नहीं हट रहें है तो कैसे सुधरेगी शहर की हवा। सुबह से रात तक आसमान में प्रदूषण की परत बनी रहती है। अस्थमा अटैक और सांस लेने में समस्या से जूझ रहे लोग इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं। ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप)-3 की पाबंदियों के बाद भी शहर में निर्माण कार्य रोकने में विभाग की कार्रवाई काम नहीं आ रही है।
कागजी का कार्रवाई का लोगों में खौफ खत्म हो गया है। इनमें सबसे अधिक प्रदूषित दिल्ली से सटे सेक्टरों की हवा हो रही है। सेक्टर 1, 125 और 116 की स्थिति बेहद खराब है। यह लगातार जारी है। इसकी बड़ी वजह हवा में पीएम-2.5 और पीएम-10 के कणों की अधिकता है हवा सुस्त रफ्तार इसे और भी खतरनाक बना रही है।
विभाग ने की कार्रवाई
सेक्टर 136 के पास नोएडा प्राधिकरण की ओर से पाइप लाइन डालने के लिए खुदाई कार्य और प्लाट संख्या74 मिट्टी के ढेर पाए जाने पर तीस हजार व पचास हजार का जुर्माना लगाया गया। सेक्टर 136 के प्लाट संख्या 170 में निर्माणकार्य होता पाए जाने पर पचास हजार का जुर्माना लगया। सेक्टर 83 में निर्माण कार्य पाए जाने पर 60 हजार का जुर्माना लगाया गया।
बिगड़ रही हवा
शहर AQI
हापुड़
416
नोएडा
398
गाजियाबाद
396
ग्रेटर नोएडा
384
रात का गिरा तापमान
सोमवार को नवंबर में पहली बार रात का तापमान 8.1 डिग्री सेल्सियस पहुंचा। इससे रात में ठंड बढ़ गई। ठंडी हवा चलने के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। दिन का तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। |
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