गढ़मुक्तेश्वर में, बीएलओ को उन मतदाताओं को खोजने में कठिनाई हो रही है जो काम के लिए दूसरे शहरों में चले गए हैं। फाइल फोटो
संवाददाता, गढ़मुक्तेश्वर। गांव के इलाकों में नौकरी के मौके कम होने की वजह से कई परिवार दूसरे शहरों में चले गए हैं, जबकि उनकी ज़मीन और घर गांव में ही हैं। लोकल पॉलिटिक्स और दूसरी वजहों से गांव वाले और परिवार वाले इन लोगों का पता BLO को नहीं दे रहे हैं, जिससे उनके लिए SIR फॉर्म भरना मुश्किल हो रहा है। साथ ही, इस जानकारी की कमी की वजह से ऐसे वोटर्स के नाम वोटर लिस्ट से कटना तय माना जा रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इलेक्शन कमीशन ऑफ़ इंडिया BLO के जरिए SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) करवा रहा है। इसके लिए BLO शहरों और गांव के इलाकों में घरों तक पहुंचकर फॉर्म जमा कर रहे हैं। यह काम 2 दिसंबर से पहले पूरा हो जाना चाहिए, और फॉर्म प्रोसेसिंग ऑनलाइन होनी चाहिए। अधिकारी इस प्रोसेस पर लगातार नज़र रख रहे हैं ताकि यह समय पर पूरा हो सके।
SIR में शामिल अधिकारियों और कर्मचारियों की रविवार की छुट्टियां अगली सूचना तक रोक दी गई हैं। इस बीच, BLO के सामने सबसे बड़ी चुनौती उन लोगों को ढूंढना है जिनके नाम 2003 की वोटर लिस्ट में हैं। गांव में इनके घर और ज़मीन हैं, लेकिन काम और बिज़नेस कहीं और करते हैं। ये लोग सिर्फ़ त्योहारों, सेलिब्रेशन या वोटिंग के समय ही वोट डालने आते हैं। अपने फायदे और पॉलिटिकल वजहों से इनके रिश्तेदार इनके मोबाइल नंबर छिपा रहे हैं, जिससे BLO को दिक्कत हो रही है।
BLO का काम देखने वाले प्रदीप कुमार ने बताया कि ऐसे वोटर्स को ढूंढना और उनके फ़ॉर्म भरना मुश्किल होता जा रहा है। अगर ऐसे लोगों से कॉन्टैक्ट नहीं हो पाया, तो उनका नाम वोटर लिस्ट से ज़रूर हटा दिया जाएगा। SDM श्रीराम यादव ने कहा कि ऐसे वोटर्स के रिश्तेदारों या पड़ोसियों से उनके मोबाइल नंबर लेकर उनसे कॉन्टैक्ट करके उन्हें ढूंढने की कोशिश की जा रही है। इसके अलावा, लगातार पब्लिसिटी के बाद ऐसे वोटर्स को खुद SIR फ़ॉर्म भरने के लिए आगे आना चाहिए।
- ध्रुव शर्मा |