असफलाह विश्विविद्यालय
दीपक पांडेय, फरीदाबाद। राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल अल फलाह यूनिवर्सिटी के सफेदपोश आतंकियों को प्रबंधन की भी खूब शह मिली। इसी कारण से डा. उमर जैसा आतंकी दिल्ली में लाल किला के बाहर धमाका करने में सफल रहा।
अब जब यूनिवर्सिटी प्रशासन पर शिकंजा कसता जा रहा है तो कई बातें खुल कर सामने आ रही हैं। यूनिवर्सिटी के स्टाफ सूत्रों के अनुसार डा. उमर, डा. शाहीन का काम यूं तो मेडिकल के छात्रों को पढ़ाने का था और इसके लिए उन्हें मोटा वेतन मिलता था, पर वे पढ़ाई की जगह अन्य गतिविधियों में अधिक शामिल रहे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
यूनिवर्सिटी के छात्रों के अनुसार, दिल्ली में बम धमाका करने के साथ स्वयं भी मारा गया डा. उमर यूनिवर्सिटी में पूरे दिन में कक्षा में केवल एक ही पीरियड लेता था और उसमें भी 20 मिनट में लेक्चर देकर चला जाता था। इसके बाद पूरे दिन यूनिवर्सिटी से गायब रहता था।
कुछ यही हाल डा. शाहीन और डा. मुजम्मिल का था। वह केवल फोन पर उपलब्ध रहता था। छात्रों के अनुसार दोनों एक साथ यूनिवर्सिटी कैंपस से इको स्पोर्ट्स कार में बाहर निकल जाते थे और देश को दहलाने की साजिश रचने में समय बिताते थे।
डा. निसार की नियुक्ति के बारे में छात्रों ने जताया था विरोध
वर्ष 2023 में राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहने के आरोप में श्रीनगर के मेडिकल कालेज से बर्खास्त डा. निसार ने जब अल फलाह यूनिवर्सिटी में नियुक्ति पाई तो छात्रों ने प्रबंधन के सामने इसका विरोध किया।
हालांकि, कोई कदम नहीं उठाया गया। सूत्रों के अनुसार, प्रबंधन की ओर से डा. निसार की नियुक्ति के बारे में जानकारी छात्रों को पहले ही दे दी गई थी। अक्सर हर नए सहायक प्रोफेसर के आने से पहले प्रबंधन की ओर से अपना प्रचार करने के लिए छात्रों को जानकारी दी जाती थी।
डा. निसार के बारे में छात्रों ने इंटरनेट मीडिया पर सर्च किया तब उन्हें उसकी देश विरोधी गतिविधियों के बारे में पता चला था। सूत्रों के अनुसार डा. निसार की नियुक्ति पूरी योजना के साथ करवाई गई थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार अब यूनिवर्सिटी प्रबंधन से जुड़े लोगों को हिरासत में लेकर जांच एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं।
पठानकोट से गिरफ्तार डाक्टर को लेकर पूछताछ
पंजाब पुलिस ने पठानकोट से गिरफ्तार डाक्टर को लेकर अलग-अलग स्टाफ से गुरुवार देर रात पांच घंटे से अधिक पूछताछ की। पठानकोट से पुलिस ने डा. रईस अहमद को गिरफ्तार किया है। यह डाक्टर भी अल फलाह में सेवाएं दे चुका है। |