पूर्वी दिल्ली के कृष्णा नगर में हुई डेढ़ करोड़ की चोरी का पर्दाफाश हुआ। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। शाहदरा ज़िले की स्पेशल स्टाफ ने कृष्णा नगर इलाके में हुई डेढ़ करोड़ रुपये की चोरी की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस ने एक कुख्यात अंतरराज्यीय ताला-चाबी गिरोह के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। उनकी पहचान सम्राट सिंह और समित सिंह उर्फ सुमित सिंह के रूप में हुई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस को दिल्ली, गुजरात और मध्य प्रदेश के 2,500 से ज़्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी पड़ी। उनके दो साथियों हरपाल सिंह और कुंदन सिंह की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। पुलिस ने चोरी का सामान बरामद किया है, जिसमें ढाई लाख रुपये के गहने और एक चोरी की मोटरसाइकिल शामिल है।
ज़िले के पुलिस उपायुक्त प्रशांत गौतम ने बताया कि कृष्णा नगर थाना क्षेत्र निवासी मन्ना लाल सुराणा ने 12 सितंबर को अपने घर में चोरी की सूचना दी थी। पीड़ित ने बताया कि वह उस रात अपनी पत्नी के साथ एक रिश्तेदार के घर गए थे। अगले दिन जब वह घर लौटे, तो उन्होंने दरवाजे के ताले टूटे हुए पाए।
पीड़ित ने दावा किया कि उनके घर से सोने-चाँदी के गहनों समेत डेढ़ करोड़ रुपये की चोरी हुई है। स्पेशल स्टाफ इंचार्ज अर्जुन सिंह के नेतृत्व में एसआई धीर सिंह, दीपक, एएसआई नजीर और हेड कांस्टेबल राजीव की एक टीम बनाई गई। टीम ने सीसीटीवी कैमरों की मदद से अपराधियों के रूट का पता लगाया।
फुटेज से उनकी पहचान की गई। पुलिस को पता चला कि ये अपराधी ताला-चाबी वाले गिरोह से जुड़े थे और मध्य प्रदेश व गुजरात के सीमावर्ती इलाकों में रहते थे। वारदातों को अंजाम देने के बाद ये अपना ठिकाना बदल लेते थे। तकनीकी निगरानी के ज़रिए इन्हें गुजरात और मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अपराधियों पर दिल्ली के विभिन्न थानों में चोरी के कई मामले दर्ज हैं।
पुलिस पूछताछ में अपराधियों ने बताया कि वे गुजरात और मध्य प्रदेश से ट्रेन से दिल्ली आते थे। वे रेलवे स्टेशन के पास सस्ते होटल बुक करते थे। वे पहले वाहन चुराते थे। फिर, उन वाहनों का इस्तेमाल रिहायशी इलाकों में जाकर रेकी करते थे। वे बंद घरों से चोरी करते थे और फिर वापस गुजरात और मध्य प्रदेश भाग जाते थे। |