जागरण संवाददाता, गोरखपुर। वन विभाग के दावों को दरकिनार करते हुए रात के अंधेरे में जंगल की लकड़ियों की तस्करी हो रही है। सोमवार को इंटरनेट मीडिया पर पिकअप से तस्करों द्वारा लकड़ी ले जाते हुए का एक वीडियो प्रसारित हुआ। जिसे रविवार की रात का बताया जा रहा है। वीडियो सामने आने के बाद वन विभाग मामले की जांच में जुटा है। हालांकि वीडियो की पुष्टि जागरण नहीं करता है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सर्दियों के मौसम में निगरानी कम होने के कारण तस्करों के लिए यह समय सबसे मुफीद माना जाता है। रविवार की रात कुसम्ही जंगल में तस्करों ने पिकअप में लकड़ी लादकर राजही बीट के रजही मार्केट से गुजरते हुए का वीडियो प्रसारित हो रहा है। जिसे देखने के बाद वन विभाग के हाथ-पांव फूल गए।
रेंज के अधिकारियों ने दिनभर पूरे मामले को दबाने की कोशिश की, लेकिन वीडियो ने विभाग की कार्यकुशलता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि रात के अंधेर में एक-दो दिन के अंतराल पर पिकअप गुजरते है। जिसमें ढाले तक लकड़ी लदी रहती है और तस्कर उसे पन्नी से ढके रहते है।
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तस्करों द्वारा ले जाए जा रहे इन लकड़ियों को शहर और ग्रामीण क्षेत्र में स्थित आरा मशीनों पर पहुंचाया जाता है। जिसे आरा मशीन मालिक चिरान कर उसे बेच देते है। जबकि विभाग की ओर से लगातार सुरक्षा और निगरानी के दावे किए जाते हैं।
इस संबंध में डीएफओ विकास यादव ने बताया कि वीडियो की जांच कराई जा रही है। अगर तस्कर होंगे तो पिकअप नंबर से गाड़ी मालिक के बारे में पता लगाकर तस्करों तक पहुंचकर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। |
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