अयोध्या में राम मंदिर शिखर
प्रवीण तिवारी, जागरण, अयोध्या : राम मंदिर के मुख्य शिखर पर होने वाले ध्वजारोहण कार्यक्रम की तैयारी को लेकर श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट तैयारी में जुटा है। आयोजन से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों की नित्य प्रति समीक्षा की जा रही है, तो ध्वजारोहण करने के लिए कार्यदायी संस्था व सेना के अधिकारी जुटे हैं। इसका ट्रायल किया जा रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पहले तय 11 किलोग्राम की धर्म ध्वजा के वजन को लेकर कुछ समस्याएं आईं तो वजन कम करने का निर्णय हुआ। अब यह तय हुआ कि मुख्य शिखर पर लगभग दो किलोग्राम वजन की धर्मध्वजा फहराई जाएगी। इसका वजन नौ किलोग्राम कम किया गया है। ध्वजा नायलान के कपड़े से निर्मित है। निर्धारित ध्वजा के आकार-प्रकार के डमी ध्वजा से ट्रायल प्रारंभ हो गया है।
ट्रस्ट सूत्रों के अनुसार पहले ध्वजा दो लेयर की बनाई गई थी, इसमें से एक लेयर हटा दी गई है। इससे भी वजन को कम किया गया। साथ ही नायलान के कपड़े की ध्वजा तैयार करने का निर्णय हुआ। नायलान का पकड़ा कृत्रिम सिंथेटिक पालीमर है, जो अपनी विशिष्टता के कारण जाना जाता है। यह कपड़ा मजबूती, लोच व हल्केपन के लिए विख्यात है।
इसी से पैराशूट व रस्सियां भी बनाई जाती हैं। यह मजबूत व टिकाऊ होता है। इसी कपड़े वाली धर्मध्वजा को राम मंदिर के मुख्य शिखर पर लगभग 191 फीट ऊंचाई पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भव्य समारोह के बीच फहराएंगे। एक अधिकारी ने बताया कि ध्वजा का वजन लगभग डेढ़ से दो किलोग्राम है। मुख्य ध्वजा के आकार-प्रकार की डमी ध्वजा से ही विशेषज्ञ ट्रायल कर रहे हैं। ओटोमैटिक सिस्टम से ध्वजारोहण का ट्रायल किया जा रहा है। ध्वजा की लंबाई 22 फीट व चौड़ाई 11 फीट है तथा यह त्रिभुजाकार है।
आज आएंगे नृपेंद्र मिश्र
मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र 17 नवंबर को आएंगे। वह बैठक कर ध्वजारोहण कार्यक्रम की तैयारी को परखेंगे। ध्वजारोहण का ट्रायल भी देखेंगे। |