सेक्टर-82 में खस्ताहाल सड़क। जागरण
जागरण संवाददाता, मानेसर। नगर निगम मानेसर के सेक्टर 82 के निवासियों की समस्या का समाधान दो साल में भी अधिकारी नहीं कर पाए। नए गुरुग्राम की झील नाम से मशहूर यह समस्या आज भी जस की तस है। इससे होने वाली परेशानी का सामना इस बार भी नए गुरुग्राम के निवासियों को करना पड़ेगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
करीब पांच सौ मीटर लंबी सड़क नहीं बनाए जाने से लोगों को काफी दिक्कत हो रही है। बिल्डर द्वारा इस सड़क को बनाया जाना है। इसकी मांग काफी समय से की जा रही है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। नए गुरुग्राम के सबसे महंगे क्षेत्र में ऐसी हालत है कि पैदल तो निकलना संभव ही नहीं है।
वर्षा के समय में यहां काफी मात्रा में जलजमाव हो जाता है। इसको लेकर स्थानीय लोगों ने सीएम विंडो, नगर निगम मानेसर, जीएमडीए, जिला उपायुक्त समेत हर जगह शिकायत दी है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
टैक्स देने पर भी नहीं हो रहा काम
सेक्टर 82-83 डिवाइडिंग रोड से सिग्नेचर विला को जोड़ने वाली करीब पांच सौ मीटर की सड़क का निर्माण कार्य नहीं हुआ है। इसका निर्माण कार्य नहीं होने से यहां बड़ा गड्ढा बन गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब बिल्डर ने ईडीसी आईडीसी दी है। हम समय पर सभी टैक्स दे रहे हैं तो हमारे साथ ऐसा क्यों किया जा रहा है।
बता दें कि, सिग्नेचर विला में करीब दस करोड़ रुपये की कीमत के मकान लेकर लोग रह रहे हैं। जिन्हें अपने मकान तक जाने के लिए रास्ता ही नहीं है। अधिकारियों की लापरवाही और अनदेखी के कारण हजारों लोगों को रोजाना परेशान होना पड़ रहा है। इस सड़क को बिल्डर द्वारा हैंडओवर नहीं दिया गया है। इससे न तो यहां सड़क बनी है न ही नाले बने हैं। नाले बनाने का कार्य जीएमडीए के अधिकारियों द्वारा किया जाना चाहिए और सड़क बिल्डर द्वारा बनाई जाएगी।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासी नरेश यादव, संजय यादव, कर्मवीर यादव, कुलदीप, पवन यादव, प्रकाश यादव का कहना है कि हमारे घर तक जाने के लिए रास्ता ही नहीं बचा है। इस सड़क को नहीं बनाया जाने से धूल उड़ती रहती है। इससे रोजाना लोग परेशान होते हैं। अधिकारियों की लापरवाही और ढीले रवैए के कारण लोग परेशान हैं।
वर्षा के समय तो ऐसी स्थिति हो जाती है कि घरों तक भी नहीं पहुंच सकते हैं। यह नए गुरुग्राम के लोगों की सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है। इसको लेकर हर जगह शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इसके संबंध में मानेसर के एसडीएम दर्शन यादव का कहना है कि इसे संबंधित विभाग के अधिकारियों की जानकारी में लाकर समाधान कराया जाएगा। |