cy520520 • 2025-11-14 22:07:12 • views 412
ऊंचे आर्च वाले पैर: कारण, लक्षण और इलाज के विकल्प (Picture Credit- Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हाई आर्क फुट या पैरों का मेहराब सामान्य से अधिक होना कैवस फुट कहलाता है। इसमें पैरों में काफी तकलीफ होती है। इसके होने के लिए जेनेटिक्स या न्यूरोलॉजिकल समस्या को कारण माना जाता है। पैरों की ऐसी बनावट का प्रभाव आपके पोश्चर पर भी पड़ सकता है। यह समस्या क्या है और इसकी तकलीफ को कैसे कम किया जा सकता है, आइए इस आर्टिकल में जानते हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
फ्लैट फीट का उल्टा होता है यह
कैवस फुट की समस्या फ्लैट फुट से ठीक उलट होती है, जिसमें सामान्य से अधिक पैर उठा हुआ होता है। यह आर्क आपकी ऐड़ी के नीचे से शुरू होकर पैरों के अंगूठे तक जाता है। टीनएज में इसका आसानी से पता लगाया जा सकता है। यह उम्र के किसी भी पड़ाव में हो सकता है और इसके लक्षण ऐसे नजर आते हैं:
- चलने, खड़े होने, एक्सरसाइज करते समय या खेलते समय पैरों में दर्द होना।
- कोई भी जूता सही तरीके से फिट न हो पाना।
- पैरों की लंबाई छोटी होना
- खड़े होने पर अंगूठों का मुड़ा हुआ होना या मुड़ जाना।
- ऐड़ी का अंदर की ओर झुका होना।
- पैरों के किनारे, ऐड़ी पर कॉलस की समस्या होना।
हाई आर्क के ये भी हो सकते हैं कारण
- स्पाइना बिफिडा
- सेरेब्रल पाल्सी
- पोलियो
- मस्कुलर डिस्ट्रॉफी
- स्ट्रोक
इन तरीकों से पता लगाया जा सकता है
डॉक्टर को दिखाने पर वो इस तरह की जांच कर आपके हाई आर्क के कारणों का पता लगाते हैं:
- पैरों का एक्स-रे
- पैरों की एमआरआई
- इलेक्ट्रोमायोग्राफी
- नसों की स्थिति का पता लगाना
ऐसे मिल सकती है राहत
कई बार हाई आर्क की समस्या को बिना सर्जरी के भी मैनेज किया जा सकता है, जिनमें शामिल हैं:
आपके पैरों के आकार के हिसाब से आर्थोटिक डिवाइस तैयार किया जाताा है। पैरों को ज्यादा सपोर्ट देने के लिए इसे जूतों के अंदर पहना जाता है।
- हाई टॉप वाले जूते सही तरीके से चलने में आपकी मदद करते हैं और दर्द से राहत दिलाते हैं।
- आपके डॉक्टर आपको पैरों के आस-पास फुट ब्रेस लगाने की सलाह दे सकते हैं, जिससे आपके पैरों और टखनों को ज्यादा सपोर्ट मिल सके।
- गंभीर स्थितियों में ही डॉक्टर सर्जरी कराने की सलाह देते हैं।
इस स्थिति में करानी पड़ती है सर्जरी
डॉक्टर आपकी मौजूदा स्थिति के आधार पर आपको दर्द से राहत दिलाने के लिए नॉन-सर्जिकल डिवाइसेस इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। अगर ये तरीके काम नहीं करते तो फिर सर्जरी का ऑप्शन चुना जाता है।
यह भी पढ़ें- 10 मिनट के लिए फिटकरी के पानी में डुबोएं पैर, छूमंतर होगा दर्द; मिलेंगे और भी ढेरों फायदे
यह भी पढ़ें- पैरों में दिखें ये 5 बदलाव, तो तुरंत लें डॉक्टर का अपॉइन्टमेंट; गंभीर बीमारियों का हो सकते हैं संकेत |
|