जागरण संवाददाता, उरई। हर्जा खर्चा के चल रहे मुकदमा में तारीख पर आई महिला ने कोर्ट परिसर में अपने बाएं कलाई की नस ब्लेड से काट ली। यह देख आसपास मौजूद महिला पुलिस कर्मियों ने उसे पकड़ा और एंबुलेंस से जिला अस्पताल लेकर पहुंची। महिला ने अपने अधिवक्ता पर आरोप लगाया कि वह एक साल से टाल मटोल कर रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
महिला माचिस की डिब्बी में छिपा कर ब्लेड लाई थी। अधिवक्ता ने कहा कि महिला हमसे अपना केस नहीं लड़वानी चाहती इसी लिए आरोप लगा रही है, उसने हाथ की नस कहां काटी है इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। जिला अस्पताल में भर्ती महिला की हालत में सुधार है। सीओ अर्चना सिंह ने कहा कि पीड़िता को सरकारी अधिवक्ता की सुविधा दिलाने के साथ न्याय दिलाने का आश्वासन दिया गया है।
जालौन के मुहल्ला दबगरान निवासी 27 वर्षीय रुखसाना की शादी 29 मई 2024 में सरीला जनपद हमीरपुर निवासी शाहिद के साथ हुई थी। शादी के दो माह तक वह ससुराल में रही, इसके बाद ससुरालियों ने उसे घर से निकाल दिया था। तभी से वह मायके में रह रही है। वह ससुराल जाना चाहती थी लेकिन ससुराली उसे रखने को तैयार नहीं थे। इस कारण उसने परिवार न्यायालय में हर्जा खर्चा का एक साल पहले वाद दायर किया था।
जिसके मुकदमा की पैरवी अधिवक्ता लालता राजपूत कर रहे हैं। शुक्रवार को महिला तारीख पर आई थी। महिला ने सीओ के समक्ष बताया कि उसने अधिवक्ता से कहा कि वह एक साल से न्यायालय आ रही है लेकिन अभी तक न्याय नहीं मिल सका है। इस पर अधिवक्ता ने उसे डपट दिया। जिसके बाद उसने माचिस की डिब्बी में रखी ब्लेड निकाली और बाएं हाथ की कलाई की नस काट ली। इस घटना से परिसर में अफरा तफरी मच गई।
तुरंत महिला सुरक्षा कर्मियों को बुलाया गया और उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा। जहां पर उसकी कलाई में चार टांके लगे। अस्पताल पहुंचीं सीओ सिटी अर्चना सिंह ने पीड़िता के बयान दर्ज लिए।
सीओ अर्चना सिंह ने कहा कि महिला ने ब्लेड से कलाई की नस काटी थी। पीड़िता का मुकदमा न्यायालय में चल रहा था। जिसे अब सरकारी अधिवक्ता की मदद दिलाई जाएगी।
मामले में अधिवक्ता लालता राजपूत ने कहा कि महिला को उसने डपटा नहीं था, वह अपना मुकदमा उनके नहीं लड़वाना चाहती हैं, इसीलिए आरोप लगा रही है, महिला ने नस कहां काटी उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। |