जागरण संवाददाता, एटा। मेडिकल कालेज में ब्लड सेपरेशन यूनिट की शुरूआत हो गई। अब तक प्लाज्मा, जंबो पैक, प्लेटलेट्स आदि के लिए मरीजों के तीमारदारों को अलीगढ़-आगरा के चक्कर लगाने पड़ते थे, तब कहीं जाकर प्लाज्मा आदि की व्यवस्था हो पाती थी, इससे खर्च भी अधिक करना पड़ता था। अब ब्लड से संबंधित आवश्यकताओं की पूर्ति यहां हो सकेगी। विशेषत: डेंगू और प्लेटलेट्स डाउन होने से संबंधित मरीजों को इसका लाभ मिलेगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जनपदवासियों के लिए यह एक अच्छी खबर है। वर्षों से यह लोग प्लाज्मा आदि के लिए दूसरे जिलों के चक्कर लगा रहे थे। यहां मेडिकल कालेज तो बन गया, लेकिन यह व्यवस्था अब शुरू हो पाई है। यहां प्लाज्मा नहीं मिल पाता था इस वजह से डेंगू के मरीजों को निजी क्लीनिकों के अलावा मेडिकल कालेज से भी रेफर कर दिया जाता था।
आगरा और अलीगढ़ में भर्ती कराने पड़ते थे मरीज
आगरा और अलीगढ़ में मरीज भर्ती कराने पड़ते थे, इससे तीमारदारों की जेबों पर खर्चे का बोझ अधिक बढ़ रहा था। लोगों की भी काफी समय से यह मांग की थी यह सारी व्यवस्थाएं यहीं होनी चाहिए। अब ब्लड सेपरेशन यहीं किया जा सकेगा। सेपरेशन यूनिट शुरू करने के लिए चिकित्सा महानिदेशालय ने लाइसेंस भी दिया है।
दरअसल लाइसेंस की ही कठिनाई आ रही थी, जिसकी वजह से यहां यूनिट शुरू नहीं हो पा रही थी। अब यह सारी बाधाएं दूर हो गईं हैं। मेडिकल कालेज में ब्लड बैंक पहले से ही संचालित है। समय-समय पर रक्तदान शिविर भी आयोजित किए जाते हैं और ब्लड सुरक्षित रखा जाता है। मेडिकल कालेज में धीरे-धीरे अब सुविधाएं बढ़ाईं जा रहीं हैं। वार्डों तक आक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति हो इसके लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि अभी कुछ सुविधाएं शुरू होना शेष हैं, जैसे कि ट्रामा सेंटर की भी आवश्यकता महसूस की जा रही है। मेडिकल कालेज प्रशासन इसके लिए प्रयास कर रहा है। उम्मीद है कि शीघ्र ही यह व्यवस्था भी शुरू हो सकेगी।
मेडिकल कालेज में ब्लड सेपरेशन यूनिट की शुरूआत हो गई है। पूरा सेटअप लगाया गया है। अब प्लाज्मा, प्लेटलेट्स, जंबो पैक जैसी सुविधाएं यहीं मिल सकेंगी। ब्लड सेपरेशन के लिए अब दूसरे जिलों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। - डा. बलवीर सिंह, प्राचार्य मेडिकल कालेज, एटा |