बिहार विधानसभा चुनाव 2025
जागरण संवाददाता, छपरा। सारण पुलिस ने इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित एक भ्रामक और तथ्यहीन वीडियो के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए गुरुवार को सारण साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज की है।
यह वीडियो बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से जुड़ा है और इसमें यह दावा किया गया कि बाजार समिति स्थित स्ट्रॉन्ग रूम का सीसीटीवी फुटेज बंद कर दिया गया है। पुलिस ने इसे पूरी तरह गलत और भ्रामक जानकारी बताया है, जिसका उद्देश्य राजनीतिक भ्रम और अफवाह फैलाना है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
डॉ. लक्ष्मण यादव के फेसबुक अकाउंट से हुआ वीडियो शेयर
सारण साइबर पुलिस जांच में सामने आया है कि यह वीडियो डा. लक्ष्मण यादव नामक फेसबुक अकाउंट(वेबसाइट लिंक: फेसबुक डाट काम स्लैश डी आर एल ए एक्स एम ए एन वाई ए डी ए वी आठ) से पोस्ट किया गया था। इसके अलावा, कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा भी इस वीडियो को शेयर किया गया, जिससे सोशल मीडिया पर गलत संदेश फैल गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस वीडियो और उससे जुड़े संदेशों के जरिए जनता के बीच भ्रम, असंतोष और राजनीतिक तनाव फैलाने की कोशिश की गई। इस कारण से शांति और विधि-व्यवस्था भंग होने की संभावना जताई गई।
साइबर थाना में दर्ज हुई प्राथमिकी, जांच जारी
सारण पुलिस ने संबंधित फेसबुक अकाउंट और वीडियो लिंक के आधार पर अज्ञात व्यक्तियों सहित प्राथमिकी दर्ज की है। साइबर विशेषज्ञों की टीम वीडियो की तकनीकी जांच कर रही है।
पुलिस का कहना है कि वीडियो की सत्यता, एडिटिंग और प्रसारण श्रृंखला का पता लगाया जा रहा है। दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ कठोर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
एसएसपी बोले- इंटरनेट मीडिया पर अफवाह फैलाना अपराध
इस संबंध में वरीय पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ. कुमार आशीष ने बताया कि मतगणना को प्रभावित करने या अफवाह फैलाने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पुलिस इंटरनेट मीडिया पर हर गतिविधि पर पैनी नजर रखे हुए है। जो भी व्यक्ति झूठी या भ्रामक जानकारी प्रसारित करेगा, उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने आमजन से अपील की कि इंटरनेट मीडिया पर किसी भी अपुष्ट सूचना को आगे न बढ़ाएं। यदि कोई संदिग्ध पोस्ट या वीडियो दिखाई दे, तो तुरंत नजदीकी थाना या साइबर थाना, सारण को सूचित करें। |