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जागरण संवाददाता, आगरा। वक्फ संपत्तियों को केंद्रीय पोर्टल यूनिफाइड वक्फ मैनेजमेंट, एंपावरमेंट, एफिसिएंशसी एंड डेवलपमेंट (उम्मीद) पर तीन महीने में दर्ज कराना होगा। इसके बाद संपत्तियों को दर्ज कराना आसान नहीं होगा।
संपत्तियों के पंजीकरण की गति को बढ़ाने के लिए प्रत्येक जिले में शिया और सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड द्वारा नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। जिन्हें पोर्टल पर संपत्तियोंं को दर्ज कराने की प्रक्रिया को लेकर प्रशिक्षित किया गया है। साथ ही उन्हें संपत्तियों को दर्ज कराने की जिम्मेदारी दी गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नोडल अधिकारी मुतवल्लियों की सूची तैयार कर रहे हैं। मुतवल्लियों से उनकी वक्फ संपत्तियों का विवरण हासिल करके पोर्टल पर पंजीकरण कराएंगे।
31 दिसंबर तक उम्मीद पोर्टल पर दर्ज करानी हैं वक्फ संपत्तियां
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केंद्र सरकार ने वक्फ कानून संशोधन अधिनियम के तहत वक्फ संपत्तियों के पंजीयन के लिए इस वर्ष जून में उम्मीद पोर्टल लांच किया था। जिस पर वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण का काम अभी गति नहीं पकड़ सका है।अधिकांश वक्फों के मुतवल्ली पंजीकरण की प्रक्रिया से अनभिज्ञ हैं। जिसे देखते हुए शिया एवं सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने इसी महीने प्रत्येक जिले में अपने-अपने नोडल अधिकारी बनाए हैं।
जिले में 238 सुन्नी व 28 शिया वक्फ की हैं 2,189 संपत्ति
आगरा में शिया वक्फ संपत्तियों के लिए जफर रिजवी जबकि सुन्नी वक्फ के तीन नोडल अधिकारी सैय्यद मोहतशिम, हाफिज उस्मान व आरिफ जावेद बनाए हैं। जिले में 238 सुन्नी और 28 शिया वक्फ हैं। जिनकी 2,189 संपत्तियां हैं।
शिया वक्फ के आगरा के नोडल अधिकारी जफर रिजवी ने बताया कि मुतवल्लियों की सूची बनकर तैयार है। वक्फ संपत्तियों का समयबद्ध सीमा में पंजीकरण कराने का प्रयास किया जा रहा है।
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