गोल्डन कार्ड से अब तक 38,122 मरीजों का 62 करोड़ रुपये से हुआ इलाज।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत जनपद में निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष अब तक 67.49 प्रतिशत लोगों का गोल्डन कार्ड बनाया गया है। जनपद में 2,18,840 लक्षित परिवारों की कुल संख्या है, जिसके सापेक्ष 9,60,682 सदस्यों का कार्ड निर्माण किया गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अब तक 38 हजार 122 मरीजों का उपचार योजना के तहत किया गया है। इस उपचार में लगभग 62 करोड़ रुपये खर्च हुआ है। जनपद में निजी व राजकीय चिकित्सालय इसमें शामिल किया गया है।
इसके अलावा निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विभागीय पहल लगातार चल रहा है। जनपद आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। जिसके कारण यह योजना गरीब व असहाय लोगों के लिए रामबाण साबित हो रहा है।new-delhi-city-crime,Ashram molestation case,Chaitanyanand arrest,Delhi Ashram scandal,UN diplomatic number plate,Patiala House Court,Sexual harassment allegations,Delhi Police investigation,Agra arrest,CCTV surveillance,Hostel warden involvement,Baba Chaitanyananda,Delhi Police,Chaitanyananda accused of Molestation,बाबा चैतन्यानंद,बाबा चैतन्यानंद पर छेड़छाड़ का आरोप,दिल्ली पुलिस,दिल्ली में अपराध,Delhi news
32 चिकित्सालय जनपद में है इलाज के लिए सूचीबद्ध
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत पंजीकृत मरीजों के इलाज के लिए जनपद में 32 चिकित्सालय सूचीबद्ध है। जिसमें 11 राजकीय चिकित्सालय व 19 निजी चिकित्सालय चयनित किया गया है। छह या उससे अधिक संख्या वाले 32,013 पात्र गृहस्थी परिवारों को योजना से जोड़ा गया है। इसके अलावा 60 वर्ष से अधिक उम्र के 16,392 वरिष्ठ नागरिकों को भी योजना से जोड़ा गया है।
नेटवर्क बनती है समस्या का मुख्य कारण
जनपद के एक बड़ी आबादी पहाड़ी व ग्रामीण अंचल में निवास करती है। जिसमें ऐसे कई लाभार्थी हैं जिनका आयुष्मान कार्ड निर्माण कराना स्वास्थ्य विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती है। जनपद के कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर नो-नेटवर्क जोन है।
ऐसी स्थिति में उनका कार्ड बनाना मुश्किल होता है। इसके अलावा आयुष्मान कार्ड के लाभार्थियों के नाम मिलान व अन्य त्रुटियों के कारण भी समस्या आ रही है। जिसको सुधारने के लिए लगातार प्रयास चल रहे हैं।
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