जागरण संवाददाता, आगरा। छावनी परिषद के अधिकारियों की लचर कार्यशैली खुलकर सामने आ गई है। सदर बाजार स्थित चाट गली के दोनों तरफ कब्जा हो चुका है। नाली पर कब्जा हो गया है। शिकायतों के बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। बुधवार को अतिक्रमण हटाने के दौरान दुकानदारों का कर्मचारियों से विवाद हुआ था। जिसपर अब परिषद की टीम ने नौ नवंबर तक सभी दुकानदारों को खुद ही अतिक्रमण हटाने की मोहलत दी है। अतिक्रमण न हटाने पर सोमवार को टीम कार्रवाई करेगी।
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मुख्य सड़कों पर अतिक्रण
अधिकांश प्रमुख सड़कों पर अतिक्रमण है। हर दिन परिषद कार्यालय में इसकी शिकायतें पहुंचती हैं। जिस तरीके से कार्रवाई होनी चाहिए। वह नहीं की जा रही है। सदर बाजार स्थित चाट गली की भी कुछ यही स्थिति है। यहां पर तीन दर्जन से अधिक दुकानदार हैं। अधिकांश दुकानदारों ने नाली पर कब्जा कर रखा है। इससे नाली से गंदे पानी की ठीक से निकासी नहीं हो पाती है। आए दिन सड़क पर पानी भर जाता है।
इसकी शिकायत कई बार परिषद के अधिकारियों से हो चुकी है। नाली की ठीक से सफाई नहीं हो पा रही है। बुधवार को अतिक्रमण हटाने गई टीम और दुकानदारों में विवाद हुआ। परिषद के एक अधिकारी ने बताया कि नौ नवंबर तक अतिक्रमण हटाने की मोहलत दी गई है। अगर अतिक्रमण दुकानदार खुद नहीं हटाते हैं तो टीम द्वारा कार्रवाई की जाएगी। उधर, सदस्य राजेश गोयल ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी दीपक मोहन से मुलाकात की। उन्होंने चाट गली की ठीक तरीके से सफाई कराने पर भी जोर दिया। |