धरनारत किसान राकेश टिकेत के बारे में जानकारी देते हुए। जागरण  
 
  
 
संवाद सहयोगी, पिनगवां। नूंह के आइएमटी (इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप) रोजका मेव में जमीन अधिग्रहण के मुआवजे को पिछले करीब 20 महीने से चले आ रहे किसानों के धरने ने अब नया निर्णय लिया है। धरनारत किसानों ने आगामी छह नवंबर को रोजका मेव में एक महापंचायत करने का निर्णय लिया है, जिसमें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत सहित अन्य संगठनों के किसान नेता पहुंचेंगे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
ये जानकारी सोमवार को क्षेत्र के किसानों ने एक पत्रकार वार्ता कर दी और बताया कि इस लंबे समय से चले आ रहे धरने को राष्ट्रीय स्तर पर नई ऊर्जा और दिशा देने के लिए, भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत आगामी छह नवंबर को रोज़का मेव में आयोजित होने वाली महापंचायत में शामिल होंगे।  
 
किसानों ने कहा कि ये इस आंदोलन को अब संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) का औपचारिक समर्थन भी मिल गया है। यह पूरा मामला नौ गांवों के किसानों की करीब 1600 एकड़ ज़मीन के अधिग्रहण का है जो आईएमटी के विकास के लिए अधिग्रहण की गई। किसानों का स्पष्ट कहना है कि जब तक उन्हें उनका पूरा और उचित मुआवज़ा नहीं मिल जाता, तब तक उनका धरना जारी रहेगा।  
 
संयुक्त किसान मोर्चा के समर्थन मिलने के बाद छह नवंबर को राकेश टिकैत की उपस्थिति में होने वाली महापंचायत को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। किसान नेता राकेश टिकैत आगे की आंदोलन की रणनीति और संघर्ष की नई दिशा की घोषणा कर सकते हैं।  
 
महापंचायत में आसपास के क्षेत्रों और अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में किसानों के जुटने की उम्मीद है, जो इस आंदोलन के प्रति व्यापक एकजुटता प्रदर्शित करेगी। इस दौरान मुख्य रूप से धरना स्थल पर पी कृष्णा प्रशाद, सिराजूद्दीन, मोहम्मद एस. पी, खुर्शीद, दीन मोहम्मद, अकरम, बसीर, नसीम, रफ़ीक़ हामिद और अन्य किसान शामिल हैं। |