जागरण संवाददाता, मथुरा। हाईवे थाना क्षेत्र के एआरटीओ कार्यालय के समीप 29 अक्टूबर की दोपहर एक बजे एनएचएआइ द्वारा पोल के लिए खोदवाए गए 25 फीट गहरे गड्ढे में गिरे मानसिक दिव्यांग युवक की शनिवार सुबह इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। उनकी पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस ने पहचान के लिए शव को मोर्चरी में रखवाया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
हाईवे थाना क्षेत्र के एआरटीओ कार्यालय के समीप पोल लगाने के लिए एनएचएआइ ने 25 फीट गहरे गड्ढे खोदवाए थे। कर्मी गड्ढा खोदकर खुला छोड़कर चले गए थे। 29 अक्टूबर की दोपहर एक बजे एक मानसिक दिव्यांग युवक यहां से गुजरा और गहरे गड्ढे में गिर गया। रेहड़ी के पास ही खड़े लोगों ने युवक को गिरता देखा तो शोर मचा दिया।
लोगों की भीड़ जुट गई। अफरा-तफरी के बीच पुलिस को सूचना दी गई। हाईवे थाना प्रभारी शैलेंद्र सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने अग्निशमन विभाग के साथ एनएचएआइ अधिकारियों को सूचना दी। तीनों विभागों के अधिकारी मौके पर पहुंचे और युवक को निकालने का रेस्क्यू शुरू किया।
करीब डेढ़ घंटे बाद दोपहर ढाई बजे युवक को सुरक्षित गड्ढे से बाहर निकाल लिया गया। पुलिस ने उससे नाम व पता पूछा, लेकिन वह कुछ नहीं बता सका। इसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। शनिवार सुबह आठ बजे इलाज के दौरान युवक की मृत्यु हो गई। हाईवे थाना प्रभारी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। |