राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाटा फ्लाइओवर से धुंध के बीच उतरते वाहन। जागरण
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। औद्योगिक नगरी की आबोहवा को लेकर भी सरकारी विभागों का गोलमाल जारी है। मंगलवार को जिले में पूरे दिन धुंध छाई रही। जबकि प्रदूषण नियंत्रण विभाग की ओर से एक्यूआइ केवल 167 माइक्रोग्राम क्यूबिक मीटर बताया गया। जोकि मानक से दो गुणा अधिक था। इसके साथ ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी किए गए बुलेटिन में अलग-अलग स्टेशन का एक्यूआइ नहीं बताया गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बोर्ड की ओर से शहर में चार जगहों पर प्रदूषण मापक यंत्र लगाए गए हैं। जिसमें सेक्टर-30, नेहरू ग्राउंड एनआइटी, सेक्टर-11 और सेक्टर-16 शामिल है। पिछले एक सप्ताह से केवल दो स्टेशनों पर ही एक्यूआइ दिखाया जा रहा था। जिसमें सेेक्टर-30 और नेहरु ग्राउंड शामिल था। सेक्टर-16 और सेक्टर-11 का एक्यूआइ नहीं बताया जा रहा था।
अधिकारियों के पास नहीं है जवाब
इन दो स्टेशनों के एक्यूआइ का औसत निकालकर प्रदूषण शहर में पीएम 2.5 स्तर बता रहा था। लेकिन मंगलवार को जिले में एक भी मॉनिटरिंग स्टेशन नहीं चल रहा था। फिर भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से एक्यूआइ 167 माइक्रोग्राम क्यूबिक मीटर जारी किया गया। पूरे दिन आसमान में धुंध छाई रही।
2024 अक्टूबर में एक्यूआइ 300 से पार चला गया था। मानिटरिंग स्टेशनों के बंद होने को लेकर बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारियों के पास भी कोई जवाब नहीं है।
एक्यूआइ नापने वाले मॉनिटरिंग स्टेशन बंद होने को लेकर जानकारी नहीं है। कई बार तकनीकी खराबी की वजह से मशीन काम नहीं करती है। इसको चेक करवाया जाएगा। -
संदीप कुमार, क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, फरीदाबाद |