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मीरजापुर के पूर्व सीएमओ से होगी 4.35 लाख की वसूली, उप मुख्यमंत्री के आदेश पर एक वेतन वृद्धि पर भी रोक

deltin33 2025-10-28 18:43:46 views 591

  



राज्य ब्यूरो, लखनऊ। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार के दोषी पाए गए एक पूर्व मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) की एक वेतन वृद्धि रोकने और सेवानिवृत्त निदेशक चिकित्सा उपचार की पेंशन से कटौती के निर्देश दिए हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

मीरजापुर में वर्ष 2022 में मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) रहे डॉ. राजीव सिंघल से बिलों के अनियमित भुगतान के मामले में 4.35 लाख रुपये की वसूली की जाएगी जाएगी। उनकी एक वेतन वृद्धि पर रोक और परिनिंदा का दंड भी दिया गया है।

डॉ. राजीव वर्तमान में मेरठ के प्यारे लाल शर्मा जिला चिकित्सालय में वरिष्ठ परामर्शदाता के पद पर तैनात हैं। उनके सीएमओ के कार्यकाल के दौरान हुए विभिन्न कार्यों के अनियमित तरीके से बिलों के भुगतान की शिकायत की जांच कराई गई थी। जिसमें उन्हें दोषी पाया गया है।

प्रदेश भर में नर्सों के तबादले में अनियमितताओं में चिकित्सा स्वास्थ्य महानिदेशालय में तैनात निदेशक चिकित्सा उपचार डॉ. पीएम श्रीवास्तव को दोषी पाया गया गया। डॉ. श्रीवास्तव वर्तमान में सेवानिवृत्त हो चुके हैं। डिप्टी सीएम ने उनकी पेंशन से तीन साल तक 10 प्रतिशत के हिसाब से कटौती के आदेश दिए हैं।

इसके अलावा राजकीय मेडिकल कालेज प्रयागराज के नेफ्रोलाजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अरविंद गुप्ता की तीन वेतन वृद्धियों को स्थाई रूप से रोक दिया गया है। उन्हें प्राइवेट प्रैक्टिस का दोषी पाया गया है। उप मुख्यमंत्री ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. अमित घोष को परिनिंदा का दंड देने के आदेश दिए हैं।

प्रधानाचार्य स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय देवरिया के पद पर तैनात रहे डॉ. राजेश कुमार बरनवाल को 36 पदों पर मैनपावर आपूर्ति की निविदा को कई बार निरस्त करने का दोषी पाया गया है। उन्होंने पुरानी संस्था का बिना सक्षम अनुमति के अनुबंध बढ़ा दिया था।

वर्तमान में चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय में संबद्ध डॉ. राजेश के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। कन्नौज के राजकीय मेडिकल कालेज के पूर्व प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ. दिनेश सिंह मर्तोलिया पर साफ सफाई व अपशिष्ट निस्तारण करने वाली संस्था को बिना सक्षम अनुमोदन के अनुबंध का समय बढ़ाने का दोषी पाया गया है।

उनके खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा, सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन से वसूली की जाएगी।
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