महागठबंधन के वीआइपी समर्थित उम्मीदवार रणकौशल प्रताप सिंह । सौ. स्वयं
जागरण संवाददाता, बेतिया। लौरिया विधानसभा क्षेत्र से महागठबंधन के वीआइपी समर्थित उम्मीदवार रणकौशल प्रताप सिंह 373 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं।नामांकन के दौरान दिए गए हलफनामे के अनुसार इनके पास 2.58 करोड़ की कृषि योग्य भूमि है। जबकि पटना, बेतिया, बांका में इनके पास 57 प्लाट गैर कृषि योग्य भूमि है। पटना, दानापुर समेत अन्य जगहों पर इनके पास 12 कमर्शियल बिल्डिंग है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
विभन्न जगहों पर करोड़ों का निवेश
विभिन्न बैंकों से 14. 48 करोड़ का लोन भी है। इनके पास शेयर इन इंडियन कंपनिज, बसुधा आर्गेनिक मिल्क सेंटर, नेशनल पेंशन स्कीम, निपान लाइफ, एसबीआइ पीपीएफ, एचडीएफसी एग्रो हेल्थ इंश्योरेंस, केयर हेल्थ इंश्योरेंस आदि बांड में करोड़ों का निवेश है। इनके पास ट्रैक्टर समेत पांच गाड़ियों है, जिसमें टोयोटा इनोवा हाईक्रॉस, टोयोटा फॉर्च्यूनर लेजेंडर, क्रेटा और आडी कार भी है। 80 लाख का सोना और आठ लाख का हीरे हैं। इनके पास रायफल ओर पिस्टल भी है। जबकि इनकी पत्नी सलोनी सिंह के पास भी 131 करोड़ की संपत्ति है।
59 लाख का फर्नीचर
एक करोड़ के आसपास विभिन्न बैंकों का लोन है। इनकी पत्नी के पास 3.34 करोड़ का सोना है। 59 लाख का फर्नीचर है। मिच्युल फंड, इपीएफ, शेयर आदि में भी करोड़ों का निवेश है। इनकी पत्नी के पास टाटा नैनो एवं टाटा नेक्सान कार भी है। इनकी दोनों पुत्रियां श्रीजा सिंह और रिद्धि सिंह भी करोड़ों की मालिक है। श्रीजा सिंह के पास 3.18 करोड़ की संपत्ति है। जबकि रिद्धि सिंह के पास 2.67 करोड़ की संपत्ति है। इनके पास भी संपतचक पटना में करीब एक-एक करोड़ का प्लाट है। दोनों बेटियों के नाम पर सुकन्या समृद्धि योजना , पीपीएफ, मिच्यूल फंड , सोना और बांड है।
लौरिया में 13 पर सीसीए और 677 लोगों पर निरोधात्मक कार्रवाई
लौरिया : शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए पुलिस की ओर से प्रतिदिन गांवों में रुट मार्च निकालकर लोगों को भयमुक्त माहौल में मतदान करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। थानाध्यक्ष रमेश कुमार शर्मा ने बताया कि थाना क्षेत्र में चुनाव के दौरान कहीं कोई गड़बड़ी न हो इसके लिये थाना क्षेत्र के रहने वाले वैसे व्यक्ति जो कभी चुनाव के दौरान कोई गड़बड़ी किया है या भविष्य में उनसे सतर्क रहने की जरूरत है को लेकर एक सूची तैयार की गई और उन्हें हिदायत भी दी है कि इस दौरान अगर थानाक्षेत्र में कोई गड़बड़ी या व्यवधान हुआ तो संबंधित की खैर नहीं है। पहले से 253 लोगों का नाम गुंड पंजी में दर्ज था । 57 नये लोगों का नाम गुंडा पंजी में दर्ज किया गया है। वही 13 लोगों पर सीसीए लगाया गया है। अब तक 677 लोगों पर निरोधात्मक कार्रवाई की गयी है । |