मतदान केंद्र से सौ मीटर की दूरी पर प्रत्याशी लगा सकेंगे अपना बूथ। फोटो जागरण
संवाद सहयोगी, शिवहर। शिवहर जिला प्रशासन विधानसभा चुनाव में स्वच्छ, निष्पक्ष व शांतिपूर्ण मतदान कराने के प्रति संकल्पित है। जिला प्रशासन का फोकस शत-प्रतिशत मतदान कराने पर है। इसके लिए लगातार मतदाता जागरूकता अभियान चलाए जा रहे है।
अधिकारियों व कर्मियों को अलग-अलग प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। मतदान के दस दिन पूर्व तक मतदाताओं का नाम सूची में दर्ज किया जाएगा। वहीं 15 दिनों के भीतर वोटर तक इपिक पहुंचाया जा रहा है।
इसकी जानकारी शनिवार को समाहरणालय स्थित संवाद कक्ष में आयोजित प्रेसवार्ता में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी विवेक रंजन मैत्रेय ने दी। जिलाधिकारी ने बताया कि इस बार चुनाव में चुनाव आयोग द्वारा 17 नई पहल किए जा रहे है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसके तहत बूथ पर स्तर एजेंट का प्रशिक्षण वोटर सूची तैयार करने व आरपी एक्ट 1950 के तहत की अप्रेजल की प्रक्रिया शामिल है। सभी बीएलओ को आइआइडीएम दिल्ली में विशेष प्रशिक्षण दिया गया है।
पुलिस अधिकारियों को विशेष सत्रों में प्रशिक्षण कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी गई है। SIR के तहत मतदाता सूची का शुद्धिकरण किया गया है। कोई पात्र मतदाता सूची से बाहर नहीं होगा और अवैध नाम शामिल नहीं होगा।
चुनाव अधिकारियों सहित अन्य कर्मचारियों का मानदेय बढ़ा दिया गया है। बीएलओ व बीएलओ सुपरवाइजर पोलिंग एजेंट, गणना टीम, सीएपीएफ, मानिटरिंग टीम, माइक्रो-ऑब्जर्वर आदि को अधिक भुगतान किया जाएगा। इआरओए व एइआरओ को भी मान-सम्मान मिलेगा।
जिलाधिकारी ने बताया कि इपिक की तेज डिलीवरी व चुनावी सूची में कोई अपडेट होने पर 15 दिनों के कार्रवाई होगी। 15 दिनों के भीतर इपिक भेजी जाएगी। हर स्टेज पर एसएमएस से सूचना दी जाएगी।
बीएलओ को फोटो पहचान पत्र उनकी विश्वसनीयता और क्षेत्रीय स्तर पर पारदर्शिता बढ़ाने के लिए जारी किया जाएगा। मतदान केंद्रों के बाहर मतदाताओं के मोबाइल आदि जमा करने की व्यवस्था होगी।
वन-स्टाप डिजिटल प्लेटफार्म पर मतदाता टर्न आउट सहित विभिन्न अपडेट जारी किए जाएंगे। प्रत्येक बूथ पर 1200 मतदाता होंगे। इससे भीड़ कम होगी और मतदान प्रक्रिया सुगम होगी।
जिलाधिकारी ने बताया कि इस बार बूथ से 100 मीटर की दूरी पर प्रत्याशी अपना बूथ लगा सकेंगे। प्रत्येक बूथ पर शत-प्रतिशत वेबकास्टिंग किया जाएगा।
इवीएम के बैलेट में उम्मीदवारों की रंगीन तस्वीर होगी। वीवीपैट की गिनती अनिवार्य होगी, जहां फार्म 17 सी व इवीएम डेटा में भिन्नता होगी या माकपोल डेटा गलती से मिटा दिया गया हो तो वीवीपैट की गिनती होगी।
इवीएम-वीवीपैट की अंतिम दो राउंड से पहले पोस्टल बैलेट की गणना पूरी हो जाएगी। बताया कि इस बार डिजिटल इंडेक्स कार्ड्स एवं रिपोर्ट्स तकनीक आधारित व्यवस्था की गई है, ताकि निर्वाचन संबंधित डेटा निर्वाचन क्षेत्र स्तर पर सभी हितधारकों के लिए सुलभ हो। मौके पर सभी संबंधित पदाधिकारी मौजूद रहे। |
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