इस बार नक्कटैया में मिशन सिंदूर का पराक्रम दिखाई देगा।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। चेतगंज की विश्व प्रसिद्ध नक्कटैया में मिशन सिंदूर का पराक्रम दिखाई देगा। वहीं, ट्रंप टैरिफ के जवाब में भारत की स्वदेशी अपनाओ की झलक भी दिखेगी। श्री चेतगंज रामलीला समिति के तत्वावधान में आयोजित यह नक्कटैया करवाचौथ के दिन दस अक्टूबर को 139 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। यह जानकारी आयोजन समिति के अध्यक्ष अजय गुप्ता उर्फ बच्चू, वरिष्ठ उपाध्यक्ष महेंद्र गिरी महाराज एवं तनुज पांडेय ने संयुक्त रूप से दी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बुधवार को परेड कोठी स्थित प्रताप पैलेस में आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने बताया कि वर्ष 1887 में अंग्रेजों के अत्याचार के खिलाफ देशवासियों को जागरूक करने के लिए स्व. बाबा फतेहराम ने इस नक्कटैया मेले का आरंभ किया था। जो 139 वर्ष पूरे कर रहा है। बताया कि इस वर्ष भी देश में होने वाली तमाम गंभीर एवं जटिल समस्याओं को नक्कटैया के लॉग जुलूस के जरिए प्रदर्शित करने का प्रयास किया जा रहा है। वाराणसी और गैर जनपदों के अलावा मध्य प्रदेश के लॉग भी हिस्सा ले रहे हैं। अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा लॉग रजिस्टर हो चुके हैं। समिति के सदस्यों ने प्रेसवार्ता के जरिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से अनुदान राशि प्रदान करने एवं हृदय योजना के तहत रामलीला स्थलों के जीर्णोद्धार व सुंदरीकरण की मांग की।
नक्कटैया मार्ग पर दुर्व्यवस्थाओं का अम्बर
आयोजन समिति के सदस्यों ने कहा कि नक्कटैया मेला क्षेत्र की मुख्य सड़के लहुराबीर चौराहे से बेनियाबाग तिराहा, वंदना होटल से चेतगंज हनुमान मंदिर, चेतगंज चौराहे से पान दरीबा रोड पर लॉग जुलूस चलने लायक नहीं है। यहां जगह - जगह गड्ढे व ऊबड़खाबड़ रास्ते दर्शनार्थियों के लिए कठिनाई उत्पन्न करेगी। बताया कि इस लक्खा मेला की तैयारी के बाबत हर वर्ष जिला प्रशासन समिति के सदस्यों से संपर्क करता था, लेकिन इस बार ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। सदस्यों ने विद्युत विभाग से आग्रह किया कि दस अक्टूबर की रात मेला क्षेत्र को कटौती मुक्त रखा जाए। प्रेसवार्ता के मौके पर अजय सिंह बॉबी, राजू यादव, रजत श्रीवास्तव, रमेश दत्त पांडेय, आशु श्रीवास्तव व प्रदीप कन्नौजिया सहित अन्य मौजूद रहे। |