-60 डिग्री तापमान... प्लेन के पहिए में छिपकर भागे, बीच आसमान में क्या हुआ? दिल दहला देगी कहानी

Chikheang 2025-9-25 17:57:11 views 1141
  काबुल से दिल्ली विमान के पहिए में छिपकर बच्चे की खतरनाक यात्रा (फाइल फोटो)





डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्लेन में सफर करने का सपना बहुत से लोग देखते हैं, लेकिन कुछ लोग बिना वीजा और बिना टिकट के यात्रा करने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल देते हैं। रविवार को ऐसा ही एक मामला सामने आया जब अफगानिस्तान का 13 साल का बच्चा काबुल से दिल्ली तक विमान के पहिए में छिपकर पहुंच गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

यह घटना हमें उन खतरनाक कहानियों की याद दिलाती है, जब लोगों ने इसी तरह जान जोखिम में डालकर विदेश जाने की कोशिश की थी। दरअसल, काबुल से आई काम एयरलाइंस की फ्लाइट में एक बच्चा लैंडिंग गियर में छिपकर बैठ गया था।



दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जब विमान उतरा, तो एयरलाइन स्टाफ ने उसे विमान के पास देखा और तुरंत CISF को सौंप दिया। जांच के दौरान लड़के ने बताया कि वह सिर्फ जिज्ञासा के चलते छिपकर आया था। तलाशी में उसके पास से एक छोटा लाल स्पीकर भी मिला।
वापस काबुल भेजा गया बच्चा

सुरक्षा जांच के बाद विमान को क्लियर कर दिया गया। उसी दिन दोपहर बाद बच्चे को वापस काबुल भेज दिया गया। यह वाकया 1996 की घटना से मिलता-जुलता है, जब पंजाब के दो भाई प्रदीप सैनी और विजय सैनी ने दिल्ली एयरपोर्ट से ब्रिटिश एयरवेज की फ्लाइट के पहिए में छिपकर लंदन जाने की कोशिश की थी।

jammu-education,Jammu Kashmir colleges, academic management JK, Teaching staff recruitment, Jammu Kashmir Education, Degree colleges in JK, Higher education department, Guest faculty appointments, permanent faculty shortage in JK, University teaching positions, JKPSC recruitment process,Jammu and Kashmir news

दोनों पर अलगाववादी संगठन से जुड़े होने का आरोप था और उनके पास न वीजा था न पैसे। दोनों भाई विमान ने नोज व्हील वेल में छिप गए। सफर बेहद खतरनाक था और 35000 फीट की ऊंचाई पर तापमान माइनस 60 डिग्री तक चला जाता है और ऑक्सजीन भी बहुत कम होती है।
एक भाई की हुई मौत

हालांकि, इस दौरान विजय सैनी की मौत हो गई और उसका शव विमान से नीचे गिर गया था। दूसरे भाई प्रदीप सैनी किसी तरह 10 घंटे का सफर झेल गया। उसे लंदन हीथ्रो एयरपोर्ट पर रनवे से अचेत हालत में उठाया गया था और अस्पताल ले जाया गया।



डॉक्टरों ने कहा कि वह हाइपोथर्मिया और ऑक्सीजन की कमी के बावजूद बच गया जो किसी चमत्कार से कम नहीं था। लंबी कानूनी लड़ाई के बाद प्रदीप को ब्रिटेन में रहने की इजाजत मिली और आज वे वहीं बस चुके हैं।
2015 में घटी थी बड़ी घटना

2015 में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था, जब थेम्बा कबेका और उसके दोस्त कार्लिटो वेल ने जोहान्सबर्ग से लंदन जाने वाली फ्लाइट में छिपकर सफर किया। कबेका तो विमान के अंदर की तारों से फंसकर बच गए, लेकिन गंभीर रूप से घायल हुए। वहीं उनके दोस्त कार्लिटो वेल नीचे गिर गए और उनकी मौत हो गई। इस घटना पर बाद में \“द मैन हू फेल फ्रॉम द स्काई\“ नाम से डॉक्यूमेंट्री भी बनी।



दिवाली हो या छठ... अब मिलेगी कन्फर्म टिकट, रेलवे चला रहा 12000 स्पेशल ट्रेन
like (0)
ChikheangForum Veteran

Post a reply

loginto write comments
Chikheang

He hasn't introduced himself yet.

410K

Threads

0

Posts

1410K

Credits

Forum Veteran

Credits
142684

Get jili slot free 100 online Gambling and more profitable chanced casino at www.deltin51.com