जिला मंडी में आरडी और बचत खातों में ठगी का मामला सामने आया है। प्रतीकात्मक फोटो
मुकेश मेहरा, मंडी। हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी में ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। दि मांडव थ्रीफ्ट एंड क्रेडिट को-आपरेटिव सोसायटी में 2092 लोगों के करीब पांच करोड़ रुपये का चूना लगा है। सोसायटी के खिलाफ मुख्यमंत्री सेवा संकल्प योजना और शहरी पुलिस चौकी मंडी में शिकायत के बाद अब जांच आरंभ हो गई है।
आठ ऑडिटर सोसायटी के रिकॉर्ड को खंगाल रहे हैं। वहीं इसके कर्ताधर्ता भूमिगत हो गए हैं। दैनिक जागरण ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था।
वर्ष 2024 तक सोसायटी के खाते में साढ़े पांच करोड़ रुपये के करीब राशि थी। सोसायटी का गठन वर्ष 2012 में किया गया था। इसका मुख्यालय सरकाघाट में है। धर्मपुर में पांच, चौंतड़ा में दो, जोगेंद्रनगर, सरकाघाट, मंडी, लडभड़ोल, संधोल, टिहरा, बलद्वाडा, सज्याओपिपलू व चौंतड़ा में एक-एक शाखा चल रही थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
निवेशकों को नहीं मिल रहा पैसा
इन शाखाओं में दैनिक आरडी, फिक्स आरडी के 2092 के करीब खाते और 500 के करीब बचत खाते चल रहे थे। मार्च-2024 तक इन खातों में साढ़े पांच करोड़ रुपये के करीब राशि थी, लेकिन अब निवेशकों को एक भी पैसा नहीं मिल रहा है।
इन्हें नहीं मिल पाए 28 लाख रुपये
मंडी शहरी चौकी में 10 के करीब निवेशकों ने पहले इसके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी, वहीं संधोल क्षेत्र के करीब 28 लाख रुपये निवेशक नितिन ठाकुर और टेक चंद को नहीं मिल पाए। ऐसे में इन्होंने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री सेवा संकल्प योजना में की है।
ऑडिटर खंगाल रहे रिकॉर्ड
साथ ही चौंतड़ा क्षेत्र से भी अंकेक्षण अधिकारी के पास शिकायतें पहुंची हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए आठ आडिटर अब इस सोसायटी के रिकार्ड को खंगाल रहे हैं, ऐसे में अब करीब पांच करोड़ के गड़बड़ी आशंका सोसायटी में जताई जा रही है।
सोसायटी में चल रहे बचत खाते
सरकाघाट शाखा में दैनिक बचत खातों में 496, बलद्वाडा 193, जोगेंद्रनगर में 244, मंडी 190, टिहरा के 272, सज्याओपिपलू 262, चौंतड़ा में 88 खाते शामिल हैं। वहीं आरडी की बात करें तो लडभड़ोल में 66, मंडप में 117, संधोल में 54, सरकाघाट में 110 खाते हैं। इसके अलावा बचत और अन्य खाते भी शामिल हैं, जिसकी पड़ताल चल रही है।
मामले की जांच जारी है। आठ ऑडिटर सोसायटी का आडिट कर रहे हैं। ऑडिट रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
-ओम प्रकाश, जिला अंकेक्षण अधिकारी, सहकारी सभाएं।
यह भी पढ़ें: हिमाचल: पति की मौत के बाद 4 बच्चों को बेसहारा छोड़कर चली गई महिला, ठिठुरने का वीडियो वायरल हुआ तो जागा प्रशासन
यह भी पढ़ें: शिमला में संजौली के बाद एक और विवाद, नेरवा में सरकारी जमीन पर बना दी 3 मस्जिदें; हिंदू रक्षा मंच ने खोला मोर्चा |