वाशिंगटन में मूसलधार बारिश और बाढ़, आपातकाल की घोषणा (फोटो- रॉयटर)
एपी, माउंट वर्नोन। अमेरिका के वाशिंगटन प्रांत में कई दिनों से जारी मूसलधार बारिश के चलते बाढ़ आ गई है। सड़कें लबालब हैं। सिएटल और वैंकूवर के बीच ट्रेनों का संचालन निलंबित कर दिया गया है। राज्य में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है। हजारों लोगों को घर खाली करने का आदेश का सामना करना पड़ सकता है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नेशनल वेदर सर्विस ने बताया कि वा¨शगटन के कैस्केड क्षेत्र के कई काउंटियों में 24 घंटे में छह इंच तक बारिश हुई है। स्नोक्वाल्मी पास में छह घंटों में 1.7 इंच बारिश दर्ज की है। कई दिनों तक लगातार भारी बारिश के बाद गवर्नर बाब फग्र्यूसन ने राज्यव्यापी आपातकाल की घोषणा की।
चेताया गया है कि आने वाले दिनों में भीषण संकटों का सामना करना पड़ सकता है। कुछ लोगों को पहले ही ऊंचे स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है, जबकि स्कैजिट काउंटी, जो सिएटल के उत्तर में प्रमुख कृषि क्षेत्र है, ने स्कैजिट नदी के बाढ़ क्षेत्र में रहने वालों को निकासी का आदेश दिया है। फग्र्यूसन ने एक्स पर पोस्ट किया, कई क्षेत्रों में विनाशकारी बाढ़ की आशंका है।
इस बीच वाशिंगटन नेशनल गार्ड के एडजुटेंट जनरल जेंट वेल्श ने कहा कि नेशनल गार्ड के सैकड़ों कर्मी मदद के लिए भेजे जाएंगे। ईस्टसाइड फायर एंड रेस्क्यू की तस्वीरों में दिखाया गया कि वाहन पेड़ों के तनों, शाखाओं, कीचड़ और पानी से फंसे हैं।
अधिकारियों ने यूएस 2 के पहाड़ी हिस्से को भी बंद कर दिया। वाशिंगटन में 17,000 से अधिक लोग बिना बिजली रहने को मजबूर हैं। ब्रिटिश कोलंबिया में प्रमुख राजमार्ग गुरुवार की सुबह बंद कर दिए गए।
बाढ़ के कारण रिकॉर्ड तोड़ सकती हैं नदियां
मूसलधार बारिश से नदियों के रिकार्ड तोड़ने की आशंका है। स्कैजिट नदी माउंट वर्नोन में शुक्रवार सुबह लगभग 41 फीट तक पहुंच सकती है। स्कैजिट काउंटी ने गुरुवार को गैर-आवश्यक सरकारी सेवाओं को बंद करने का निर्णय लिया, जिसमें सभी जिला और उच्च न्यायालय की सेवाएं शामिल हैं।
माउंट वर्नोन, जो काउंटी का सबसे बड़ा शहर है और जिसमें लगभग 35,000 निवासी हैं, लंबे समय से बाढ़ से प्रभावित रहा है। 2003 में बाढ़ से सैकड़ों लोग विस्थापित हुए थे।
अमेरिका-कनाडा सीमा के पास सुमास शहर में बाढ़ का सायरन बजा और निवासियों को छोड़ने के लिए कहा गया। सीमा क्रॉसिंग को दक्षिण की ओर जाने वाली कमर्शियल गाडि़यों के लिए भी बंद कर दिया गया था ताकि लोगों को निकालने के लिए ज्यादा जगह मिल सके। |